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ऑर्डर की संभावना फिलहाल 24 को आने की बनती नहीं

ऑर्डर की संभावना फिलहाल 24 को आने की बनती नहीं दिख रही , और ये भी कि ऑर्डर बिना याचना के जल्दी आएगा भी नहीं , जबतक आप कोर्ट से फिर विनती नहीं करेंगे , क्योंकि ये केस बहुत बड़ा पोलिटिकल केस है ,
जिसका कंही न कंही दबाव सुप्रीम कोर्ट पर है ही , जिसके लिए आप पिछला इतिहास उठा कर देख लो , दीपक मिश्रा का 1.5 साल डेट डेट खेलना फिर दीपक मिश्रा का केस छोड़ना , खान विलकर का हटना , फिर ऑर्डर रिजर्व उसके बाद अभी तक कोई सूचना नहीं , आखिर कोई सीमा है , कोई सिस्टम है , जिसके तहत आप निश्चिंत हो सकें , बस इंतिज़ार इंतिज़ार इंतिज़ार , लोग मेरी बात को मानें न मानें पर ये भी सच्चाई है कि हमारी न्यायपालिकाएँ भ्रष्ट हो चुकी हैं , निष्पक्ष और निर्भीक होकर काम नहीं कर सकतीं , इसको मैं नहीं कह रहा इसे स्वयं सुप्रीम कोर्ट रिटायर्ड जज बोलते हैं , वैसे इस भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा उदाहरण आपका ही केस जो शिक्षा मित्रों की ट्रेनिंग के खिलाफ पड़ा था , 2011 मे हाई कोर्ट रिट 28004 जिसपर सुनबाई पूर्ण होनेपर इसीप्रकार ऑर्डर रिजर्व हुआ था , जो आज तक नहीं आया , न्याय पाना इतना आसान नहीं भारत देश में , लोग पूरी पूँजी और जिंदगी लगा देते हैं , फिर भी कम पड़ जाती है , क्योंकि हकीकत ये है कि नेता खुद ही नहीं चाहते कि न्यायिक सिस्टम में सुधार हो , क्योंकि बहुत से केस जो सरकारों की मनमानी के खिलाफ आए दिन फ़ाइल होते हैं , उनमें उसी प्रकार हार होती रही तो सरकार के लिए थू थू का कारण बनेगी , वैसे ये बोलना कितना आसान है देरी से मिला न्याय अन्याय के बराबर होता है , पर आज तक हकीकत में होता यही आ रहा । कुछ लोग इसे मेरी नकारत्मकता कहेंगे , पर मानो न मानो , सच्चाई यही है ।
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