प्रयागराज जिले के 758 परिषदीय शिक्षकों को छह साल बाद ग्रामीण कैडर से नगर कैडर में शामिल कर दिया गया है। यह फैसला उन स्कूलों के लिए लिया गया है जो नगर विकास विभाग द्वारा दिसंबर 2019 में नगर सीमा में शामिल किए गए थे।
पृष्ठभूमि
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में ग्रामीण और नगर क्षेत्र के शिक्षकों का कैडर अलग-अलग होता है। पिछले 6 वर्षों से कैडर परिवर्तन न होने के कारण शिक्षकों के स्थानांतरण और समायोजन में परेशानी आ रही थी। इस मामले को लेकर कई शिक्षकों ने हाईकोर्ट में याचिकाएं भी दायर की थीं।
नया आदेश और प्रक्रिया
बीएसए अनिल कुमार के आदेश के अनुसार:
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जिन स्कूलों का क्षेत्र अब नगर सीमा में शामिल हुआ है, वहां कार्यरत शिक्षकों से सहमति (Option) ली गई।
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उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) (तैनाती) नियमावली 2008 के तहत गठित समिति के अनुमोदन के बाद शिक्षक/शिक्षिकाओं को उनके मौजूदा विद्यालय में नगर कैडर के तहत तैनात किया गया।
प्रमुख शर्त
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नगर कैडर में शामिल होने के बाद वरिष्ठता (Seniority) पहले से नगर कैडर में कार्यरत अध्यापकों के मुकाबले सबसे नीचे होगी।
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इस संबंध में सभी शिक्षकों से शपथ-पत्र (Affidavit) भी लिया गया है।
इसका असर
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✅ स्थानांतरण और समायोजन की समस्या अब काफी हद तक सुलझ जाएगी।
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✅ हाईकोर्ट याचिकाओं का समाधान भी संभव है।
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⚠️ हालांकि, नगर कैडर में शामिल शिक्षकों को वरिष्ठता में नुकसान मानना होगा।