रंगारंग कार्यक्रम के बीच 398 प्रशिक्षु शिक्षकों को मिले मौलिक नियुक्ति-पत्र : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News

‘जीवन की नींव है बेसिक शिक्षा’
देवरिया। रंगारंग कार्यक्रम के बीच बृहस्पतिवार को 398 प्रशिक्षु शिक्षकों को मौलिक नियुक्ति-पत्र दिया गया।
दीवाली से पहले मिले नियुक्ति-पत्र से प्रशिक्षु शिक्षकों में काफी खुुशी है।


नियुक्ति-पत्र पाने वाले शिक्षकों ने प्राथमिक शिक्षा की
नींव को मजबूत करने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला बेसिक शिक्षा
अधिकारी मनोज कुमार मिश्र ने कहा कि अब
सभी प्रशिक्षु शिक्षक मौलिक शिक्षक हो गए हैं।
प्राथमिक शिक्षा को मजबूत करने में यह अपना सहयोग कर रहे
हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा की नींव
प्राथमिक शिक्षा ही। अध्यापकों को चाहिए कि विषय के
साथ-साथ मौलिक जानकारियां भी छात्रों को दें। जिससे कि
समाज और देश के विकास में छात्र सहयोग कर सकें। उन्होंने
सभी शिक्षकों से कहा कि वह पूरी लगन,
मेहनत, ईमानदारी और निष्ठा के साथ शैक्षिक कार्य
करें। जिससे कि जिले की प्राथमिक शिक्षा का स्तर ऊंचा
उठ सके।
उन्होंने बेसिक शिक्षा परिषद के इतिहास के बारे में विस्तार से बताया।
वित्त एवं लेखाधिकारी दुर्गेश त्रिपाठी ने
सभी प्रशिक्षु शिक्षक अब सरकारी
दायित्वों से बंध गए हैं।
इसलिए कहीं-कहीं अपनी
भावनाओं का दमन भी करना पड़ेेगा। उमाशंकर
द्विवेदी ने कविता के माध्यम से शिक्षा के सूत्र को
बताया। इस अवसर पर सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी
वाचस्पति द्विवेदी, जिला समन्वयक ओपी
शर्मा, ज्ञानेंद्र सिंह, शिवशंकर मल्ल, ओपी प्रजापति,
वेंकटेश त्रिपाठी, महेंद्र मिश्र, आलोक मिश्र,
लक्ष्मीनारायण वर्मा, सुनील
श्रीवास्तव, रंगनाथ मिश्र, गजेंद्र , प्रीतम
आदि मौजूद रह
पूरी हुई प्रक्रिया ः चार वर्ष से भी अधिक
समय से लटक रही 72 हजार शिक्षक
भर्ती प्रक्रिया इस वर्ष पूरी हो गई। जिले
में 450 लोगों ने प्रशिक्षण लिया था। परीक्षा में एक
प्रशिक्षु फेल हो गया था। शेष को मौलिक नियुक्ति-पत्र दिया जाना
था। बृहस्पतिवार को रंगारंग कार्यक्रम के बीच नियुक्ति-
पत्र का वितरण हुआ। सम्मानित हुए ः प्रशिक्षण लेने वालों के
बीच एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इसमें
जिले के 16 ब्लॉक क्षेत्रों एक-एक प्रशिक्षु यानी
कुल 16 प्रशिक्षु सम्मिलित किए गए थे। संबंधित ब्लॉक के खंड
शिक्षा अधिकारी ने बेस्ट प्रशिक्षु का नाम भेजा था।
इनमें आठ अच्छे प्रशिक्षुओं का चयन किया गया था। फिर इनके
बीच प्रतियोगिता का आयोजन कर बेस्ट
थ्री का चयन किया गया। इन सभी को
बीएसए ने प्रशस्ति-पत्र दिया गया।
डीएम, एसपी नहीं पहुंचे ः
प्रशिक्षु शिक्षकों को मौलिक नियुक्ति-पत्र देने के लिए आयोजित
कार्यक्रम में जिलाधिकारी को मुख्य अतिथि बनाया गया
था, लेकिन विभिन्न कारणों से जिले का कोई जिम्मेदार
अधिकारी नहीं पहुंच सका था। इसका
मलाल बीएसए को था, लेकिन उन्होंने कहा कि अब
कार्यक्रम को और आगे नहीं बढ़ाया जा सकता था।


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