अमरोहा. कोतवाली डिडौली इलाके के मुहल्ले खेडा में रहने वाले एक प्रेमी ने अपनी प्रेमिका के साथ समय बिताने के लिए परिवार के अन्य सदस्यों को नशीली मिठाई खिलाकर बेहोश कर दिया। बाद में वे दोनों भी बीयर पीकर बेहोश हो गए।
जब मकान-मालकिन ने कमरे में पहुंचकर ये नजारा देखा, तो उसने घटना की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी युवक को बुधवार को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में युवक ने बताया कि इस तरह से परिजनों को बेहोश करने की प्रेरणा उसे 7 साल पहले हुए चर्चित बावनखेड़ी हत्याकांड से मिली।
जब मकान-मालकिन ने कमरे में पहुंचकर ये नजारा देखा, तो उसने घटना की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी युवक को बुधवार को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में युवक ने बताया कि इस तरह से परिजनों को बेहोश करने की प्रेरणा उसे 7 साल पहले हुए चर्चित बावनखेड़ी हत्याकांड से मिली।
क्या है पूरा मामला
पुलिस जांच अधिकारी सुरेश चंद गौतम ने बताया कि कोतवाली डिडौली इलाके के जोया के मुहल्ले खेडा में संभल के थाना असमोली क्षेत्र का एक परिवार सतीश गुर्जर के मकान में किराए पर रहता है। सतीश की शिक्षामित्र पत्नी की ममेरी बहन भी साथ रहती है, जबकि भतीजा अक्षय मुरादाबाद में बीफार्मा का छात्र है। छात्र और चाची की ममेरी बहन का पिछले काफी समय से प्रेम-प्रसंग चल रहा है। सोमवार शाम अक्षय अपनी प्रेमिका से मिलने घर आया और दोनों के बीच रंगरलियां शुरु हो गई। इसके बाद उसने रात 10 बजे के करीब नशीली गोली मिठाई में मिलाकर घर ले आया और यहां उसने मिठाई चाचा(32), चचेरी बहन(7), भाई(5) और किराएदार के बेटे को खिला दी। इसके बाद सभी बेहोश हो गए और प्रेमी युगल भी बीयर पीने के बाद बेहोश हो गए। इसके बाद जब मकान मालकिन कमरे में पहुंची और यह सब देख सन्न रह गईं। बाद में उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने सभी को अस्पताल में भर्ती करा दिया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को बुधवार को गिरफ्तार कर दिया।
क्या है बावनखेड़ी हत्याकांड
मौत की सजा काट रही शबनम ने 14-15 अप्रैल 2008 की रात अपने ब्वॉयफ्रेंड सलीम के साथ मिलकर नशीले पदार्थ देकर पिता, मां, दो भाइयों, दोनों भाभियों, सात महीने के भतीजे और फुफेरी बहन की हत्या कर दी थी। अमरोहा जिले के हसनपुर कस्बे से सटे गांव बावनखेड़ी की शिक्षामित्र शबनम ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि घर वाले आरा मशीन के मजदूर सलीम से उसके प्यार के खिलाफ थे।