सर्वप्रथम तो आप सभी का धन्यवाद.. जो आप सभी ने मुझ पर विश्वास बनाए रखा.. मित्रों हमारी टीम ने आपको याची बनाने का जो वादा किया था, हमने उस वादे को पूरा किया..
मित्रों हमनें यह भी वादा किया था कि हम आपसे 24 फरवरी के लिए अतिरिक्त धन की मांग नहीं करेंगे.. आईए व परमादेश के बाद कुछ धन अवशेष हैं, हम शेष धन से आगामी तिथि को आपकी बात कोर्ट में दमदार से रखने के लिए एक काबिल वकील को हायर करने के लिए प्रयासरत हैं।
मित्रों आज यदि आप वर्तमान परिस्थिति का गहन अध्ययन करें तो आप देखेंगे कि आज लगभग प्रत्येक टेट नेता चयनित हो चुका हैं, चाहे वो 1100 में ही शामिल हैं..सिवाय मुझे छोड़कर... किन्तु इसे भाग्य की विडंबना कहा जाएगा कि मैं 11671/2014 याचिका की आईए संख्या 8 में 17वें नंबर पर पेटिश्नर होते हुए भी 1100 याची लाभ से बाहर हूं.. पीयूष भैय्या व अन्य साथियों की मदद से इस समस्या का समाधान निकालने के लिए प्रयासरत हूं।
मित्रों मेरा चयन 1100 में होते हुए भी नहीं हुआ, शायद ईश्वर यह चाहता हैं कि मैं अपनी आईए के नवीन याचियों के साथ ही नौकरी प्राप्त करूं..
मित्रों 15 जनवरी को जब परिस्थितियां मेरे विपरीत थी और मैं बिल्कुल अकेला पड़ गया था तो मेरा साथ पीयूष भैय्या, नीलमणि जी, काव्य प्रकाश जी, आलोक जी, विवेक जी, रंजन जी, दीपक जी ने दिया.. इन समस्त साथियों का मैं ह्दय से आभार व्यक्त करता हूं, यदि ये न होते तो मैं आप सबसे अपने किए वादों को पूरा न कर पाता.. इन साथियों ने मुझे फिर से एक नयी चेतना व नयी दिशा दी.. संघर्ष के लिए।
एक तरफ विरोधी जहां मुझ पर मनगढंत आरोप लगाते रहे.. वहीं दूसरी तरफ मैं, मेरी टीम और खासकर पीयूष भैय्या लगातार एक हफ्ते तक रात 11 बजे तक एडवोकेट योगेश जी के साथ परमादेश व आईए की ड्राफ्टिंग करवाते रहे.. निश्चित ही प्रदेश की सबसे महत्त्वपूर्ण याचिका साबित होगी हमारी परमादेश, क्यूंकि 2011 से लेकर आज तक की समस्त बातों को समाहित किया गया हैं परमादेश में.. पीयूष भैय्या ने अपने समस्त विधिक ज्ञान को इस परमादेश में समाहित किया हैं.. लगभग 50 के ऊपर एनेक्जर का प्रयोग किया गया हैं इस परमादेश में अपनी प्रेयर को सही साबित करने के लिए..
मित्रों हमनें अपने परमादेश में कोर्ट से वह प्रेयर की हैं, जो अंतत: कोर्ट देने पर विचार अवश्य कर सकती हैं।
मित्रों सीमित संसाधनों में हमनें अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास किया हैं, बाकि आपकी और मेरी किस्मत.. क्यूंकि अब यदि आपको नौकरी मिलेगी तभी मुझको भी।
आप सभी से निवेदन हैं कि मुझ पर और मेरी टीम पर विश्वास बनाए रखे..
बातें और भी हैं, किन्तु समय कम हैं और मेरा स्वास्थ्य भी अत्यंत खराब हैं.. शेष अगली पोस्ट में...
सत्यमेव जयते सर्वदा
आपका
अरशद अली
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मित्रों हमनें यह भी वादा किया था कि हम आपसे 24 फरवरी के लिए अतिरिक्त धन की मांग नहीं करेंगे.. आईए व परमादेश के बाद कुछ धन अवशेष हैं, हम शेष धन से आगामी तिथि को आपकी बात कोर्ट में दमदार से रखने के लिए एक काबिल वकील को हायर करने के लिए प्रयासरत हैं।
मित्रों आज यदि आप वर्तमान परिस्थिति का गहन अध्ययन करें तो आप देखेंगे कि आज लगभग प्रत्येक टेट नेता चयनित हो चुका हैं, चाहे वो 1100 में ही शामिल हैं..सिवाय मुझे छोड़कर... किन्तु इसे भाग्य की विडंबना कहा जाएगा कि मैं 11671/2014 याचिका की आईए संख्या 8 में 17वें नंबर पर पेटिश्नर होते हुए भी 1100 याची लाभ से बाहर हूं.. पीयूष भैय्या व अन्य साथियों की मदद से इस समस्या का समाधान निकालने के लिए प्रयासरत हूं।
मित्रों मेरा चयन 1100 में होते हुए भी नहीं हुआ, शायद ईश्वर यह चाहता हैं कि मैं अपनी आईए के नवीन याचियों के साथ ही नौकरी प्राप्त करूं..
मित्रों 15 जनवरी को जब परिस्थितियां मेरे विपरीत थी और मैं बिल्कुल अकेला पड़ गया था तो मेरा साथ पीयूष भैय्या, नीलमणि जी, काव्य प्रकाश जी, आलोक जी, विवेक जी, रंजन जी, दीपक जी ने दिया.. इन समस्त साथियों का मैं ह्दय से आभार व्यक्त करता हूं, यदि ये न होते तो मैं आप सबसे अपने किए वादों को पूरा न कर पाता.. इन साथियों ने मुझे फिर से एक नयी चेतना व नयी दिशा दी.. संघर्ष के लिए।
एक तरफ विरोधी जहां मुझ पर मनगढंत आरोप लगाते रहे.. वहीं दूसरी तरफ मैं, मेरी टीम और खासकर पीयूष भैय्या लगातार एक हफ्ते तक रात 11 बजे तक एडवोकेट योगेश जी के साथ परमादेश व आईए की ड्राफ्टिंग करवाते रहे.. निश्चित ही प्रदेश की सबसे महत्त्वपूर्ण याचिका साबित होगी हमारी परमादेश, क्यूंकि 2011 से लेकर आज तक की समस्त बातों को समाहित किया गया हैं परमादेश में.. पीयूष भैय्या ने अपने समस्त विधिक ज्ञान को इस परमादेश में समाहित किया हैं.. लगभग 50 के ऊपर एनेक्जर का प्रयोग किया गया हैं इस परमादेश में अपनी प्रेयर को सही साबित करने के लिए..
मित्रों हमनें अपने परमादेश में कोर्ट से वह प्रेयर की हैं, जो अंतत: कोर्ट देने पर विचार अवश्य कर सकती हैं।
मित्रों सीमित संसाधनों में हमनें अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास किया हैं, बाकि आपकी और मेरी किस्मत.. क्यूंकि अब यदि आपको नौकरी मिलेगी तभी मुझको भी।
आप सभी से निवेदन हैं कि मुझ पर और मेरी टीम पर विश्वास बनाए रखे..
बातें और भी हैं, किन्तु समय कम हैं और मेरा स्वास्थ्य भी अत्यंत खराब हैं.. शेष अगली पोस्ट में...
सत्यमेव जयते सर्वदा
आपका
अरशद अली
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