माध्यमिक विद्यालयों के लिए प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) और प्रवक्ता
(पीजीटी) पदों पर भर्ती प्रक्रिया ठप हो जाने से अभ्यर्थियों के सब्र का
बांध टूटने लगा है। अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि दस फरवरी से
वे माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में ताला लगा देंगे।
यदि बोर्ड में चयन का कोई काम हो ही नहीं रहा है तो उसके खुलने का कोई औचित्य नहीं है। बोर्ड के गेट पर आमरण अनशन भी प्रारंभ किया जाएगा।
गौरतलब है कि चयन बोर्ड में कई महीनों से अध्यक्ष का पद रिक्त है और सदस्यों की कमी है। कोरम के अभाव में लगभग आठ हजार टीजीटी-पीजीटी भर्तियां अटकी हैं।
रविवार को अभ्यर्थियों ने इस व्यवस्था के खिलाफ बड़ी सभा की और पैदल मार्च किया। टीजीटी-पीजीटी प्रतियोगी मोर्चा के अध्यक्ष रिंकू सिंह ने कहा कि सरकार की उदासीनता की वजह से अभ्यर्थियों का दांव भविष्य पर लगा हुआ है और आने वाली भर्तियां भी अटक गई हैं। सभा में आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट, अध्यापक शिक्षक कल्याण समिति और भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के सदस्य भी शामिल हुए। तय किया गया कि 10 फरवरी से चयन बोर्ड में ताला बंद करके बेमियादी अनशन शुरू किया जाएगा। अनशन की अगुवाई पीएन वर्मा और अभिषेक सिंह करेंगे। सभा के बाद अभ्यर्थी पैदल मार्च करते हुए सुभाष चौक की ओर बढ़े लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने रोक लिया और समझा-बुझाकर वापस भेजा। मार्च का नेतृत्व लक्ष्मी शंकर, जितेंद्र यादव, अखिलेश यादव, मोहन सिंह रवि वर्मा, दिनेश सिंह, सुनील सिंह के साथ ही आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के राजेश सचान ने किया। उधर आइपीएफ की बैठक में 9 फरवरी को मांगों से संबधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपने का फैसला किया गया।
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यदि बोर्ड में चयन का कोई काम हो ही नहीं रहा है तो उसके खुलने का कोई औचित्य नहीं है। बोर्ड के गेट पर आमरण अनशन भी प्रारंभ किया जाएगा।
गौरतलब है कि चयन बोर्ड में कई महीनों से अध्यक्ष का पद रिक्त है और सदस्यों की कमी है। कोरम के अभाव में लगभग आठ हजार टीजीटी-पीजीटी भर्तियां अटकी हैं।
रविवार को अभ्यर्थियों ने इस व्यवस्था के खिलाफ बड़ी सभा की और पैदल मार्च किया। टीजीटी-पीजीटी प्रतियोगी मोर्चा के अध्यक्ष रिंकू सिंह ने कहा कि सरकार की उदासीनता की वजह से अभ्यर्थियों का दांव भविष्य पर लगा हुआ है और आने वाली भर्तियां भी अटक गई हैं। सभा में आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट, अध्यापक शिक्षक कल्याण समिति और भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के सदस्य भी शामिल हुए। तय किया गया कि 10 फरवरी से चयन बोर्ड में ताला बंद करके बेमियादी अनशन शुरू किया जाएगा। अनशन की अगुवाई पीएन वर्मा और अभिषेक सिंह करेंगे। सभा के बाद अभ्यर्थी पैदल मार्च करते हुए सुभाष चौक की ओर बढ़े लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने रोक लिया और समझा-बुझाकर वापस भेजा। मार्च का नेतृत्व लक्ष्मी शंकर, जितेंद्र यादव, अखिलेश यादव, मोहन सिंह रवि वर्मा, दिनेश सिंह, सुनील सिंह के साथ ही आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के राजेश सचान ने किया। उधर आइपीएफ की बैठक में 9 फरवरी को मांगों से संबधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपने का फैसला किया गया।
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