शिक्षकों पर कार्रवाई में देरी पर बीएसए होंगे दंडित

राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : प्रदेश भर के प्राथमिक विद्यालयों में फर्जी अभिलेख लगाकर तमाम युवा शिक्षक पद पर तैनाती पा चुके हैं। उनमें से कई के अभिलेखों की गड़बड़ी सामने आ चुकी है, लेकिन बेसिक शिक्षा अधिकारी उन पर कार्रवाई करने से हिचक रहे हैं।
वहीं बड़ी संख्या में ऐसे भी शिक्षक हैं जिनके अभिलेखों का अब तक सत्यापन नहीं हो सका है, जबकि इस संबंध में शासन एवं परिषद ने कई बार आदेश भेजे हैं। इस मामले में अब बीएसए पर शिकंजा कसने की तैयारी है। परिषद सचिव ने आदेश दिया है कि कार्रवाई में देरी करने वाले बीएसए दंडित किए जाएंगे। 1परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में इधर एक साल में शिक्षकों की भर्तियां हुई हैं। तैनाती पाने वाले शिक्षकों के मूल अभिलेखों का सत्यापन लंबे समय बाद भी पूरा नहीं हो सका है। इसमें शिथिलता बरतने का मामला प्रमाणित हो चुका है। यही नहीं जिनके अभिलेख फर्जी मिले हैं उन पर भी कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसे में परिषद सचिव संजय सिन्हा ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को कड़ा पत्र भेजा है साथ ही फर्जी प्रकरणों की सूचना मांगी है। इसके लिए बाकायदे प्रोफार्मा भी भेजा गया है जिसमें संबंधित फर्जी शिक्षक का पूरा ब्योरा दिया जाना है। यह भी निर्देश दिया गया है कि हर महीने की पहली तारीख को पिछले माह में फर्जी पाए गए शिक्षकों की सूचना परिषद कार्यालय को हर हाल में उपलब्ध कराई जाए।
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