बायोमीट्रिक मशीन और शिक्षक: इतना आसान भी नही है बायोमीट्रिक का साथ निभाना

इतना आसान भी नही है बायोमीट्रिक का साथ निभाना।मशीन को न गर्मी लगेगी न सर्दी न बारिश का भय।लेकिन 50-50 किमी तक प्रतिदिन यात्रा कर के जाने वाले शिक्षकों को प्रकृति का साथ निभाना ही पड़ता है।
14 आकस्मिक अवकाश के साथ इस मशीन का साथ निभाना व्यवहारिक रूप से सरल नही होगा।अब कोई कह
सकता है कि आने जाने की क्या जरूरत,कमरा ले कर भी रहा जा सकता है लेकिन कमरे भी विद्यालय से कम से कम 10 किमी दूर ही मिलते हैं।पर्वतीय इलाकों में तो और भी दुष्कर है इस मशीन के साथ साथ चलना।हां अगर प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन करना है इस व्यवस्था का तो सर्वप्रथम गृह जनपद में स्थानांतरण की नीति लागू करें।फिर देखते हैं कि हम आगे की मशीन।

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