मूल्यांकन का बहिष्कार, वित्त विहीन शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

संतकबीरनगर। सम्मान जनक मानदेय और पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ वित्त विहीन गुुट के शिक्षकों ने जिलाध्यक्ष समय देव पांडेय के नेतृत्व में दोनों मूल्यांकन केंद्रों पर मूल्यांकन प्रशिक्षण का बहिष्कार कर प्रदर्शन किया।

एचआर इंटर कॉलेज में प्रदर्शन के दौरान जिलाध्यक्ष समय देव पांडेय ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्त विहीन शिक्षकों के साथ उपेक्षा का बर्ताव किया है। पूर्व में शुरू हुए मानदेय को बंद कर दिया गया है तथा भविष्य के लिए मानदेय के संदर्भ में निर्णय न करके बजट में भी कोई प्रावधान नहीं किया है। इस लिए वित्त विहीन शिक्षकों ने मूल्यांकन बहिष्कार का निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि वित्त विहीन शिक्षकों को सम्मान जनक मानदेय देने की घोषणा की जाए और नई सेवा नियमावली बनाई जाए। इसके साथ ही पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि मांगे पूरी होने तक मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार रहेगा।

इस दौरान ओम प्रकाश मिश्र, रामानंद गौड़, ब्रह्मदेव सिंह, अवधेश साहनी, आशुतोष उपाध्याय, उमेश दत्त मिश्र, विजय प्रकाश यादव, गणेश चौरसिया, इंद्रसेन राय, लाल चंद्र यादव, ओम प्रकाश यादव, श्याम धर सिंह, पुष्पा पांडेय, रामसुंदर यादव समेत अन्य मौजूद रहे। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने भी मूल्यांकन का बहिष्कार किया।

संघ के जिलाध्यक्ष सत्येंद्र प्र काश त्रिपाठी ने कहा कि पदर सृजन के साथ समान कार्य समान वेतन दिया जाए। इस अवसर पर रामरोहित यादव, संजय पति त्रिपाठी, शरदेंदु शुक्ल, कुसुम यादव, दयाशंकर चतुर्वेदी, रामभजन, रविंद्र नाथ मिश्र आदि मौजूद रहे।
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