इलाहाबाद : यूपी बोर्ड के माध्यमिक कालेजों में पढ़ाई जाने वाली किताबें
अब विद्यालय परिसर में ही बिकवाने की तैयारी है। यह कदम इसलिए उठाया जा
रहा है, क्योंकि लगातार शिकायतें मिल रही हैं, पुस्तक विक्रेता किताबों के
साथ जबरन गाइडें बेच रहे हैं।
इससे कम कीमत पर किताबें मुहैया कराने की
प्रदेश सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है। यानि यूपी बोर्ड के 26 हजार से
अधिक कालेजों में इस बार एनसीईआरटी का नया पाठ्यक्रम लागू हुआ है। 18
विषयों की 31 किताबें छपकर बाजार में आ गई हैं। सरकार की सख्ती के कारण इन
किताबों की कीमत एनसीईआरटी व अन्य राज्यों से बेहद कम है। लेकिन, प्रकाशकों
के इशारे पर पुस्तक विक्रेता किताबों के साथ गाइड भी जबरन बेच रहे हैं।
इसकी तमाम शिकायतें होने पर यूपी बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने पत्रकारों
को बताया था कि ऐसा करने वाले पुस्तक विक्रेताओं पर एफआइआर दर्ज कराई
जाएगी। इस बार अपर मुख्य सचिव व माध्यमिक शिक्षा के बड़े अफसरों ने लखनऊ
आदि कई जिलों की पुस्तकों का गोपनीय जायजा लिया। इसमें उन्हें शिकायतें सही
मिली हैं।
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