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यदि 24 अगस्त को नरीमन जी के कारण केस की सुनवाई नहीं हो पाती है तो.............

यदि 24 अगस्त को नरीमन जी के कारण केस की सुनवाई नहीं हो पाती है तो 24 या 25 अगस्त को वकील के परामर्श के अनुसार एक अप्लिकेशन रजिस्ट्रार को दी जानी चाहिये।
इसमें सुप्रीम कोर्ट के जो जज पहले इस केस में वकील रह चुके हैं उनका नाम और जब वे इस केस के वकील के रूप में कोर्ट में थे उसका उल्लेख हो। (प्रत्येक सुनवाई की कोर्ट आर्डर की कापी में अपीयर वकीलों का उल्लेख होता है अतः वे कापियाँ भी प्रमाण के तौर पर अप्लिकेशन के साथ लगाई जायॅं)। और यह अनुरोध किया जाए कि इन माननीय जजों को केस के बेंच में डालने से केस की सुनवाई नहीं हो पाती है और डेट का कोई मतलब नहीं रह जाता, अतः आप सभीं को केस में शामिल न किया जाय। ..... यदि वकील की सहमति हो तो साथ ही अप्लिकेशन में यह भी अनुरोध किया जा सकता है कि केस के मूल अधिकार (आरटीई ऐक्ट) और लाखों लोगों की जीविका दोनों से ही जुड़े होने के कारण इस केस की त्वरित सुनवाई की जाय या कम से कम अगली डेट जल्द दी जाय। ......
..... यदि इसके बाद भी बेंच में इन जजों का नाम आता है तो रजिस्ट्रार को दिए अप्लिकेशन की रिसीविंग के साथ एक अप्लिकेशन चीफ जस्टिस, सुप्रीम कोर्ट को दिया जा सकता है.
..... ये काम सभीं टीमों को करना चाहिये और कम से कम जो नेता अचयनित हैं उनकी तो खास जिम्मेदारी है।
मेरी परमेश्वर से प्रार्थना है कि इस केस का निर्णय जल्द से जल्द हो।


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