आगरा। सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद्द होने के बाद शिक्षामित्रों का बड़ा आंदोलन 21 अगस्त को लखनऊ में होने जा रहा है। शिक्षामित्रों ने कहा कि ये प्रदर्शन इतनी जोरदारी से किया जाएगा कि लखनऊ के साथ योगी सरकार हिल जाए और मजबूर हो जाए, शिक्षामित्रों की मांग मानने के लिए।
आगरा से पांच हजार की संख्या
आगरा में 2700 शिक्षामित्र हैं, लेकिन लखनऊ में होने वाले आंदोलन के लिए यहां से 5000 हजार से अधिक लोग जा रहे हैं। इनमें शिक्षामित्रों के साथ उनके परिवार के लोग भी शामिल हैं। प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि शिक्षामित्रों की नौकरी जाने से एक का जीवन प्रभावित नहीं हुआ है, बल्कि उनके पूरे परिवार की रोजी रोटी पर संकट आ गया है, इसलिए आगरा से शिक्षामित्रों के साथ उनके परिवार के लोग भी लखनऊ जा रहे हैं।
होगा बड़ा आंदोलन
वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि आगरा से ट्रेन, बसों के साथ ही कुछ लोग अपने निजी वाहनों से भी लखनऊ के लिए रवाना होंगे। 21 अगस्त को पूरे प्रदेश के शिक्षामित्रों द्वारा लखनऊ में प्रदर्शन किया जाएगा, जिससे सोई हुई योगी सरकार जाग सके। शिक्षामित्र परेशान हैं, उनकी नौकरी जाने से रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया। 17 साल से अधिक समय लेने के बाद अब सरकार उनके साथ धोखा नहीं कर सकती है। अपने जीवन का बहुमूल्य समय वे प्राथमिक शिक्षा को दे चुके हैं, अब इस उम्र में वे नौकरी करने के लिए कहां जाएंगे।
चुप नहीं बैठेंगे शिक्षामित्र
जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि जब तक सरकार मांग नहीं मानती हैं, तब तक शिक्षामित्र चुप नहीं बैठेंगे। शिक्षामित्र अंतिम सांस तक सड़क से लेकर संसद तक आंदोलन जारी रखेंगे। धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से अशोक शर्मा, शिशुपाल चाहर, भूपेन्द्र शर्मा, रामप्रकाश लवानियां, नारायण दत्त उपाध्याय, सीपी तौमर, रामनिवास चाहर, करतार सिंह यादव, सत्यपाल पहलवान, माधवी सौलंकी, चंन्द्रजीत यादव, रानी शर्मा, रेनूबाला उपाध्याय, कृष्ण मुरारी, रैनू चौधरी, शालिनी पचौरी, साधना भदौरिया, रमा, आशा, विमलेश आदि उपस्थित रहीं।
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आगरा से पांच हजार की संख्या
आगरा में 2700 शिक्षामित्र हैं, लेकिन लखनऊ में होने वाले आंदोलन के लिए यहां से 5000 हजार से अधिक लोग जा रहे हैं। इनमें शिक्षामित्रों के साथ उनके परिवार के लोग भी शामिल हैं। प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि शिक्षामित्रों की नौकरी जाने से एक का जीवन प्रभावित नहीं हुआ है, बल्कि उनके पूरे परिवार की रोजी रोटी पर संकट आ गया है, इसलिए आगरा से शिक्षामित्रों के साथ उनके परिवार के लोग भी लखनऊ जा रहे हैं।
होगा बड़ा आंदोलन
चुप नहीं बैठेंगे शिक्षामित्र
जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि जब तक सरकार मांग नहीं मानती हैं, तब तक शिक्षामित्र चुप नहीं बैठेंगे। शिक्षामित्र अंतिम सांस तक सड़क से लेकर संसद तक आंदोलन जारी रखेंगे। धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से अशोक शर्मा, शिशुपाल चाहर, भूपेन्द्र शर्मा, रामप्रकाश लवानियां, नारायण दत्त उपाध्याय, सीपी तौमर, रामनिवास चाहर, करतार सिंह यादव, सत्यपाल पहलवान, माधवी सौलंकी, चंन्द्रजीत यादव, रानी शर्मा, रेनूबाला उपाध्याय, कृष्ण मुरारी, रैनू चौधरी, शालिनी पचौरी, साधना भदौरिया, रमा, आशा, विमलेश आदि उपस्थित रहीं।
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