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शिक्षामित्रों व पुलिस में नोंक-झोंक

महराजगंज : समायोजन की मांग को लेकर विधानसभा का घेराव करने लखनऊ जाने से रोके जाने पर आक्रोशित शिक्षामित्रों व पुलिस के बीच रविवार की रात नौ बजे बस स्टेशन परिसर में नोंक-झोक हुई।
आक्रोशित शिक्षामित्रों को पुलिस ने समझा-बुझाकर सभी को वापस घर भेज दिया। जानकारी के अनुसार करीब 200 की संख्या में शिक्षामित्र रात में आठ बजे बस स्टेशन पर पहुंच गए और परिसर में खड़ी तीन बसों पर बैठ गए। सभी ने बस चालकों पर लखनऊ चलने का दबाव बनाया। चालक ने कहा कि बाढ़ के कारण रास्ता बंद होने का हवाला देकर लखनऊ जाने से मना कर दिया और कहा कि गोरखपुर तक छोड़ देंगे। इसी बीच किसी ने शिक्षामित्रों के राजधानी जाने की जानकारी पुलिस अधीक्षक आरपी ¨सह को दे दी। पुलिस अधीक्षक ने सीओ सिटी मुकेश प्रताप ¨सह व सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक राम दवन मौर्य को निर्देश दिया कि शिक्षामित्रों को लाखनऊ जाने से रोकें। किसी भी दिशा शिक्षामित्र लखनऊ न जाने पाएं।
पुलिस अधीखक के निर्देश पर सीओ सिटी व सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मय फोर्स बस स्टेशन पहुंच गए और बस में बैठे शिक्षामित्रों को उतरने का फरमान

सुनाया। इससे शिक्षामित्र आक्रोशित हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने दबाव बना कर सभी शिक्षामित्रों को बस से नीचे उतार दिया। बस से उतारे जाने के बाद शिक्षामित्रों व पुलिस के बीच 10 मिनट तक नोंक-झोंक हुई। पुलिस ने शिक्षामित्रों को गोरखपुर-लखनऊ मार्ग बाढ़ के कारण बंद होने का हवाला देकर शांत कराया। सीओ सिटी मुकेश प्रताप ¨सह व सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक राम दवन मौर्य ने बताया कि रात में साढ़े नौ बजे शिक्षामित्रों को घर भेजने में सफलता मिली।
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