एनबीटी, बाराबंकी : दस हजार रुपये मानदेय के विरोध में आंदोलन कर रहे शिक्षामित्रों ने गुरुवार को गिरफ्तारी दी। बड़ी संख्या में सड़क पर उतरे शिक्षामित्रों के कारण नगर की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई।
आवागमन सामान्य करवाने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं शिक्षामित्रों ने शुक्रवार को नैशनल हाई-वे जाम करने का ऐलान किया है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी विद्यालय बंद रखने के आदेश जारी कर दिए हैं। प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार वर्मा के नेतृत्व में करीब ढाई हजार शिक्षामित्र जिला मुख्यालय के गन्ना कार्यालय परिसर में जुटे थे। इस दौरान दस हजार रुपये मानदेय के फैसले का विरोध करते हुए समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग उठाई गई। सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारी रेलवे स्टेशन मार्ग पर आ गए और जाम लगाने का प्रयास किया। हालत बिगड़ते देख एसडीएम सदर एसपी सिंह व सीओ सिटी आरएन सिंह की मौजूदगी में सभी शिक्षामित्रों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइंस लाया गया। हालांकि देर शाम सभी को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। इस मौके पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष संजय शर्मा, राम शंकर राठौर, रोहित त्रिपाठी, धर्मेंद्र वर्मा, हरिप्रकाश शुक्ला मौजूद रहे।
आज बंद रहेंगे विद्यालय : शिक्षामित्रों ने शुक्रवार से आंदोलन को तेज करने का ऐलान करते हुए नैशनल हाई-वे जाम करने की चेतावनी दी है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने शुक्रवार को सभी विद्यालय बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं। एसडीएम सदर एसपी सिंह ने बताया कि किसी भी कीमत पर आम लोगों या राहगीरों को दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। शिक्षामित्रों के आंदोलन को देखते हुए पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।
संगठन में पड़ी फूट, कई पदाधिकारियों का इस्तीफा
शिक्षामित्रों के हितों के लिए चलाए जा रहे आंदोलन में बार-बार लचीला रुख अपनाने का आरोप लगाते हुए जिला मंत्री चंदमौलि द्विवेदी व उपाध्यक्ष संतोष कुमार वर्मा ने संघ से इस्तीफा दे दिया। अलग होने वाले पदाधिकारियों का कहना है कि कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए शिक्षामित्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं।
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आवागमन सामान्य करवाने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं शिक्षामित्रों ने शुक्रवार को नैशनल हाई-वे जाम करने का ऐलान किया है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी विद्यालय बंद रखने के आदेश जारी कर दिए हैं। प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार वर्मा के नेतृत्व में करीब ढाई हजार शिक्षामित्र जिला मुख्यालय के गन्ना कार्यालय परिसर में जुटे थे। इस दौरान दस हजार रुपये मानदेय के फैसले का विरोध करते हुए समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग उठाई गई। सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारी रेलवे स्टेशन मार्ग पर आ गए और जाम लगाने का प्रयास किया। हालत बिगड़ते देख एसडीएम सदर एसपी सिंह व सीओ सिटी आरएन सिंह की मौजूदगी में सभी शिक्षामित्रों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइंस लाया गया। हालांकि देर शाम सभी को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। इस मौके पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष संजय शर्मा, राम शंकर राठौर, रोहित त्रिपाठी, धर्मेंद्र वर्मा, हरिप्रकाश शुक्ला मौजूद रहे।
आज बंद रहेंगे विद्यालय : शिक्षामित्रों ने शुक्रवार से आंदोलन को तेज करने का ऐलान करते हुए नैशनल हाई-वे जाम करने की चेतावनी दी है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने शुक्रवार को सभी विद्यालय बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं। एसडीएम सदर एसपी सिंह ने बताया कि किसी भी कीमत पर आम लोगों या राहगीरों को दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। शिक्षामित्रों के आंदोलन को देखते हुए पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।
संगठन में पड़ी फूट, कई पदाधिकारियों का इस्तीफा
शिक्षामित्रों के हितों के लिए चलाए जा रहे आंदोलन में बार-बार लचीला रुख अपनाने का आरोप लगाते हुए जिला मंत्री चंदमौलि द्विवेदी व उपाध्यक्ष संतोष कुमार वर्मा ने संघ से इस्तीफा दे दिया। अलग होने वाले पदाधिकारियों का कहना है कि कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए शिक्षामित्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं।
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