गोंडा : डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से बीएड की फर्जी डिग्री
लेकर अध्यापक की नौकरी हासिल करने के मामले में जांच शुरू हो गई है।
प्रारंभिक जांच में 100 शिक्षकों की डिग्री संदिग्ध मिलने की बात सामने आ
रही है।
खंड शिक्षा अधिकारियों की टीम को परिषद द्वारा भेजी गई सीडी से मिलान करने में लगाया गया है। जांच को देखते हुए कई शिक्षक अभिलेख वापस लेने के लिए कार्यालय का चक्कर लगाना शुरू कर दिए हैं। बहरहाल बीएसए ने अभिलेख लौटाने की प्रक्रिया पर रोक लगाते हुए बीईओ को जांच तेज करने के निर्देश दिए हैं। जिससे जल्द से जल्द मामला प्रकाश में आ सके।
आगरा विश्वविद्यालय ने 4570 बीएड की डिग्रियों को नकार दिया है। जिसके बाद वर्ष 2005 के बाद की शिक्षक भर्तियों की जांच शुरू कर दी गई है। खंड शिक्षा अधिकारियों को इनकी लिस्ट बनाकर परिषद की सीडी से मिलान करने का निर्देश दिया गया है। विभागीय सूत्रों की मानें तो 100 शिक्षक जांच की जद में आ गए हैं। कुछ के सत्यापन में पहले ही गड़बड़ी मिली थी। जिन्हें नोटिस भेजकर जवाब-तलब किया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार देव पांडेय का कहना है कि बीईओ ब्लॉकवार जांच कर रहे हैं। जिनकी डिग्रियां संदिग्ध लग रहीं हैं उन्हें बाहर किया जा रहा है। अभिलेख वापस करने पर रोक लगा दी गई है। जांच पूरी होने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
15 हो चुके बर्खास्त
- बेसिक शिक्षा अधिकारी 15 शिक्षकों को पहले ही बर्खास्त कर चुके हैं। इसके साथ ही 16448 शिक्षक भर्ती में नियुक्ति पाने वाले आठ की टीईटी की डिग्री संदिग्ध मिलने पर इन्हें नोटिस भेजकर जवाब तलब किया गया है। अब इस मामले ने तूल पकड़ा है। जांच को लेकर अभिलेख वापस लेने की होड़ मच गई है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि हर दिन पांच से दस शिक्षक अभिलेख वापस करने का आवेदन कर रहे हैं। सिफारिश भी आ रही है।
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खंड शिक्षा अधिकारियों की टीम को परिषद द्वारा भेजी गई सीडी से मिलान करने में लगाया गया है। जांच को देखते हुए कई शिक्षक अभिलेख वापस लेने के लिए कार्यालय का चक्कर लगाना शुरू कर दिए हैं। बहरहाल बीएसए ने अभिलेख लौटाने की प्रक्रिया पर रोक लगाते हुए बीईओ को जांच तेज करने के निर्देश दिए हैं। जिससे जल्द से जल्द मामला प्रकाश में आ सके।
आगरा विश्वविद्यालय ने 4570 बीएड की डिग्रियों को नकार दिया है। जिसके बाद वर्ष 2005 के बाद की शिक्षक भर्तियों की जांच शुरू कर दी गई है। खंड शिक्षा अधिकारियों को इनकी लिस्ट बनाकर परिषद की सीडी से मिलान करने का निर्देश दिया गया है। विभागीय सूत्रों की मानें तो 100 शिक्षक जांच की जद में आ गए हैं। कुछ के सत्यापन में पहले ही गड़बड़ी मिली थी। जिन्हें नोटिस भेजकर जवाब-तलब किया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार देव पांडेय का कहना है कि बीईओ ब्लॉकवार जांच कर रहे हैं। जिनकी डिग्रियां संदिग्ध लग रहीं हैं उन्हें बाहर किया जा रहा है। अभिलेख वापस करने पर रोक लगा दी गई है। जांच पूरी होने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
15 हो चुके बर्खास्त
- बेसिक शिक्षा अधिकारी 15 शिक्षकों को पहले ही बर्खास्त कर चुके हैं। इसके साथ ही 16448 शिक्षक भर्ती में नियुक्ति पाने वाले आठ की टीईटी की डिग्री संदिग्ध मिलने पर इन्हें नोटिस भेजकर जवाब तलब किया गया है। अब इस मामले ने तूल पकड़ा है। जांच को लेकर अभिलेख वापस लेने की होड़ मच गई है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि हर दिन पांच से दस शिक्षक अभिलेख वापस करने का आवेदन कर रहे हैं। सिफारिश भी आ रही है।
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