इलाहाबाद: धोखाधड़ी करके परिषदीय स्कूलों में टीचर की
नौकरी करने वाले लोगों पर गाज गिरना निश्चित है। डॉ बीआर अंबेडकर
यूनिवर्सिटी आगरा से वर्ष 2004-05 के जाली घोषित की गई मार्कशीट्स के बेस
पर बेसिक
शिक्षा परिषद के स्कूलों में नौकरी करने वाले टीचरों के खिलाफ चल रही जांच में चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है।
अब तक 10 जिलों की जो रिपोर्ट मिली है, उसके मुताबिक, 436 से ज्यादा टीचरों के एजुकेशनल मार्कशीट और प्रमाणपत्र जाली निकले हैं। इसके बाद से इन पर बर्खास्तगी की तलवार लटकने लगी हैं। अभी यूपी के 64 डिस्ट्रिक की रिपोर्ट आना बाकी है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) ने डॉ. भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा के बीएड सत्र 2004-05 के परिणामों में फर्जी मार्कशीट और रिजल्ट से संबंधित जांच की थी। एसआईटी रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि 3517 छात्रों का परिणाम अंकित कर दिया गया और 1053 की मार्कशीटों मे छेड़छाड़ की गई। इस तरह से कुल 4,570 छात्रों को फर्जी मार्कशीट वितरित कर उन्हें यूनिवर्सिटी के टेबुलेशन चार्ट में शामिल कर लिया गया।
जांच रिपोर्ट मिलने के बाद सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने फर्जी मार्कशीट हासिल करने वालों की सूची 12 अक्तूबर को सभी बीएसए को भेजकर सत्यापन के निर्देश दिए थे। क्योंकि 2004-05 सत्र के बाद से परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापकों की कई भर्तियां हुई हैं। जिलों से जो रिपोर्ट मिल रही है, उसमें सैकड़ों ऐसे टीचर मिले हैं, जिनका नाम एसआईटी की फर्जी मार्कशीट वाली लिस्ट में शामिल है। अब तक मिली 10 जिलों की रिपोर्ट में ही धोखाधड़ी के बेस पर नौकरी पाने वाले 436 शिक्षकों के नाम का खुलासा हो चुका है।
यूपी के इन जिलों में धोखाधड़ी के जरिए नौकरी करने वालों की लिस्ट...
डॉ बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा से 2004-05 के जाली घोषित की गई। मार्कशीट्स के बेस पर बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में नौकरी करने वाले टीचरों के खिलाफ चल रही जांच में चौकाने वाले रिपोर्ट सामने आ रही है।
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शिक्षा परिषद के स्कूलों में नौकरी करने वाले टीचरों के खिलाफ चल रही जांच में चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है।
अब तक 10 जिलों की जो रिपोर्ट मिली है, उसके मुताबिक, 436 से ज्यादा टीचरों के एजुकेशनल मार्कशीट और प्रमाणपत्र जाली निकले हैं। इसके बाद से इन पर बर्खास्तगी की तलवार लटकने लगी हैं। अभी यूपी के 64 डिस्ट्रिक की रिपोर्ट आना बाकी है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) ने डॉ. भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा के बीएड सत्र 2004-05 के परिणामों में फर्जी मार्कशीट और रिजल्ट से संबंधित जांच की थी। एसआईटी रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि 3517 छात्रों का परिणाम अंकित कर दिया गया और 1053 की मार्कशीटों मे छेड़छाड़ की गई। इस तरह से कुल 4,570 छात्रों को फर्जी मार्कशीट वितरित कर उन्हें यूनिवर्सिटी के टेबुलेशन चार्ट में शामिल कर लिया गया।
जांच रिपोर्ट मिलने के बाद सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने फर्जी मार्कशीट हासिल करने वालों की सूची 12 अक्तूबर को सभी बीएसए को भेजकर सत्यापन के निर्देश दिए थे। क्योंकि 2004-05 सत्र के बाद से परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापकों की कई भर्तियां हुई हैं। जिलों से जो रिपोर्ट मिल रही है, उसमें सैकड़ों ऐसे टीचर मिले हैं, जिनका नाम एसआईटी की फर्जी मार्कशीट वाली लिस्ट में शामिल है। अब तक मिली 10 जिलों की रिपोर्ट में ही धोखाधड़ी के बेस पर नौकरी पाने वाले 436 शिक्षकों के नाम का खुलासा हो चुका है।
यूपी के इन जिलों में धोखाधड़ी के जरिए नौकरी करने वालों की लिस्ट...
- फिरोजाबाद- 155
- औरैया - 51
- बस्ती- 41
- बदायूं - 88
- मऊ - 32
- चंदौली- 04
- वाराणसी, जौनपुर एवं हमीरपुर- 2-2
- बलरामपुर- 11
- कन्नौज - 50 टीचरों के नाम इस लिस्ट में है, जिनमे 16 का ट्रांसफर अदर डिस्ट्रिक मे हो चुका है।
डॉ बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा से 2004-05 के जाली घोषित की गई। मार्कशीट्स के बेस पर बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में नौकरी करने वाले टीचरों के खिलाफ चल रही जांच में चौकाने वाले रिपोर्ट सामने आ रही है।
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