गोंडा : बेसिक शिक्षा परिषद में एक फिर 10 शिक्षकों के टीईटी सहित अन्य
अभिलेख संदिग्ध मिले हैं। सत्यापन में खामी मिलने के बाद बीएसए ने संबंधित
शिक्षकों को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया है। 12 मार्च को शिक्षकों को
कार्यालय में पक्ष रखने के लिए बुलाया है, जिसके बाद आगे आगे की कार्रवाई
की जाएगी।
बेसिक शिक्षा विभाग की विभिन्न शिक्षक भर्तियों में फर्जी अभिलेख के
सहारे नौकरी हथियाने की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। 23 शिक्षकों की
बर्खास्तगी के बाद 10 शिक्षक और मिले हैं, जिनके अभिलेख संदिग्ध हैं।
विकासखंड मुजेहना के प्राथमिक विद्यालय त्रिभुवननगर ग्रंट के देवेंद्र
प्रताप ¨सह व राजापुर रेतवागाड़ा के मान ¨सह, हलधरमऊ के प्राइमरी
मुरावनपुरवा के अनिल कुमार व सेल्हरी के अमित कुमार, बेलसर के बेलई पूरे
प्रगास के नीलम कुमार व पूरे डाल के अमित पाल ¨सह, बभनजोत के केशवलनगर
उत्तरी के कविराज विमल, वजीरगंज के प्राइमरी नाऊपुरवा के नीरज यादव,
कटराबाजार के तैय्यबपुर के सुरेश कुमार यादव व रुपईडीह के मऊशमशाबाद की जया
पांडेय के अभिलेख सत्यापन में संदिग्ध मिले हैं। सभी चिन्हित शिक्षकों से
जवाब तलब किया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार देव पांडेय ने
बताया कि शिक्षकों को अभिलेख के साथ कार्यालय में उपस्थित होकर पक्ष रखने
के लिए बुलाया गया है। पक्ष सुनने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सत्यापन में खुल रही पोल
- प्रदेश में 16448, 15000, 15550 सहित कई अन्य शिक्षकों भर्तियों में
अधिकारियों की मनमानी की कलई खुल रही है। फर्जी दस्तावेज के सहारे तमाम
लोगों ने नौकरी हथिया ली। जबकि सही वाले बाहर हो गए। अब ऐसे शिक्षकों की
बर्खास्तगी के बाद स्कूल खाली हो रहे हैं। इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना
पड़ रहा है। बहरहाल बीएसए का कहना है कि गुमराह कर नौकरी लेने वालों को
चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।
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