सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी की नियुक्ति न होने से करीब साढ़े तीन हजार शिक्षामित्र और अनुदेशकों का मानदेय फंस गया है। मानदेय के बिल बीएसए कार्यालय में अटके हुए हैं। अब इनका भुगतान होली के बाद ही हो सकेगा।
सर्व शिक्षा अभियान के सभी भुगतान सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी और बीएसए के संयुक्त हस्ताक्षर के बाद ही होते हैं। पहले यहां मनोज जेटली सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी के पद पर तैनात थे। फरवरी के पहले सप्ताह में इनका स्थानांतरण हो गया। इसके बाद से उनके कार्यालय में ताला पड़ा है। नई तैनाती न होने से सर्व शिक्षा अभियान का सारा लेखा जोखा ठप पड़ा है। इससे शिक्षामित्र, अनुदेशक और ब्लाकों में अस्थायी कंप्यूटर ऑपरेटर का जनवरी और फरवरी का मानदेय भी नहीं रिलीज हो पा रहा है। त्योहार पर भी मानदेय न मिलने से शिक्षामित्र और अनुदेशक परेशान हैं। वहीं, बीएसए चंदना राम इकबाल यादव भी अवकाश पर चल रही हैं। प्रभारी बीएसए राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी के दस्तखत किए बगैर मानदेय दे पाना मुमकिन नहीं है।
सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी का स्थानांतरण होने के बाद उनकी जगह पर नई तैनाती नहीं हुई है। इस पद पर समान वेतन ग्रेड के कर्मचारी की नियुक्ति कराने की कोशिश चल रही है। अब यह होली बाद ही हो सकेगा। -सत्येंद्र कुमार, मुख्य विकास अधिकारी
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