संवाद सहयोगी, हाथरस : बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में
शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक के पदों पर समायोजन निरस्त हो जाने के बाद
शिक्षामित्र परेशान चल रहे हैं। शिक्षक भर्ती की पात्रता रखने वाले
शिक्षामित्रों को उम्मीद है कि उन्हें नौकरी दोबारा मिलेगी।
समाजवादी पार्टी की सरकार ने पिछले कई सालों से विद्यालयों में तैनात
शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण दिलाने के बाद सहायक अध्यापक पद पर समायोजित कर
लिया था, जिसपर टीईटी पास करने वाले कोर्ट चले गए। बाद में मामला सुप्रीम
कोर्ट तक पहुंचा और वहां से समायोजन रद्द करने का फरमान जारी हुआ। नौकरी को
पुन: वापस पाने के लिए शिक्षामित्रों ने जिला स्तर से लेकर लखनऊ व दिल्ली
तक आंदोलन व प्रदर्शन किए, लेकिन इसके बाद भी उन्हें कोई राहत नहीं मिल
पाई। अब सहायक अध्यापक के लिए लिखित परीक्षा इसी माह मंडल स्तर पर कराई
जानी है। जिले में करीब दो सौ शिक्षामित्र ऐसे हैं जिन्होंने शिक्षक
पात्रता परीक्षा पास कर रखी है और सहायक अध्यापक पद के लिए आवेदन किए हैं।
अब ये शिक्षामित्र अपनी नौकरी को पुन: पाने के लिए लिखित परीक्षा की कड़ी
तैयारी कर रहे हैं। को¨चग के जरिए तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि सहायक
अध्यापक का दर्जा निरस्त कर दिए जाने के बाद तरह-तरह की बातें
शिक्षामित्रों को सुननी पड़ी थी। बेसिक शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों ने
स्पष्ट कर दिया है कि लिखित परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद ही सहायक
अध्यापक पद के दरवाजे खुलेंगे।
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