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नए सत्र में भी रहेगा शिक्षकों का अभाव

संतकबीर नगर: जनपद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है। इससे जहां शिक्षा व्यवस्था बनाना चुनौती पूर्ण साबित हो रहा है।
1518 विद्यालयों में प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक की संख्या महज 2821 ही है। प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों कम होने से तकरीबन 1, 29 हजार 882 बच्चों की शिक्षा प्राथमिक में समायोजित शिक्षकों, शिक्षामित्रों व जूनियर में अनुदेशकों के सहारे चल रही है। अनेक विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों का अभाव बना हुआ है। ब्लाक वार शिक्षकों की संख्या कम होने से बोर्ड परीक्षा में भी अपेक्षित संख्या के अनुसार तैनाती नहीं हो पा रही है।

1075 प्राथमिक विद्यालयों में महज 653 प्रधानाध्यापक व 1135 शिक्षक है। यहां 1422 समायोजित शिक्षक व 137 शिक्षा मित्र है। इनकी कुल संख्या 3347 ही है। इन पर करीब नब्बे हजार बच्चों के पढ़ाने की जिम्मेदारी है। उच्च प्राथमिक के 443 विद्यालयों में महज 32 में प्रधानाध्यापक की तैनाती है। 1001 सहायक अध्यापक सहित कुल 1033 शिक्षक है। 242 अनुदेश तैनात है। अभी अंतरजनपदीय स्थानांतरण में 344 ने गैर जनपद जाने के लिए काउंस¨लग कराया है। मार्च में करीब छह पांच दर्जन शिक्षक सेवानिवृत्त हो जाएंगे।
ऐसे में एक माह बाद नए सत्र में भी समस्या रहेगी।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. माया ¨सह ने बताया कि नौ ब्लाक में 685 प्रधानाध्यापक व 2136 सहायक अध्यापक है। प्राथमिक में समायोजित शिक्षकों व उच्च प्राथमिक में अनुदेशकों की संख्या 1801 है।

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