शिक्षामित्र समायोजन केस खत्म होने के बाद ये पहला मौका है कि सुप्रीम
कोर्ट की चीफ जस्टिस बेंच में शिक्षामित्रो के मामले को सुना जायेगा। साथ
ही 2016 के बाद अब पहली बार शिक्षामित्रो की व्यथा देश के माननीय मुख्य
न्यायाधीश के समक्ष रखी गयी है।
मिशन सुप्रीम कोर्ट ग्रुप का ये प्रयास ज़रूर रंग लायेगा। आप सब साथियों से
अनुरोध है धैर्य और संयम बनाये रखें। सुनवाई होने के बाद मंगलवार को इस
संबंध में विस्तृत पोस्ट के माध्यम से आप को जानकारी दी जायेगी। हमारी ओर
से कुल 4 याचिकाएं चीफ जस्टिस कोर्ट में लंबित हैं। ये पहली सुनवाई होने जा
रही है। मार्च माह आप सब साथियों के लिए सुखद और सकारात्मक हो। ऐसी हमें
आशा और विश्वास है। क्योंकि...
★लड़ने वाले ही जीतते हैं।
©मिशन सुप्रीम कोर्ट ग्रुप, यूपी।।
हज़ारों मील की यात्रा सिर्फ एक कदम से शुरू होती है।
महान दार्शनिक कंफ्यूशियस का कथन है कि : A journey of a thousand miles begins with a single step
हमारी कोशिशों का ये पहला कदम है अभी लंबा सफर तय करना है। मंज़िल क़रीब है।
समायोजन निरस्त होने के बाद ये पहली सुनवाई है इस कोर्ट में इसलिए अभी बहुत
ज़्यादा उम्मीदें रखना उचित नहीं होगा। हमारी याचिका की ऑफिस रिपोर्ट आ गयी
है जिसमे साफ किया गया है कि: On mentioning, the matter is taken on
Board. List the matter on... March, 2018, before the appropriate Bench
as per the roster.” कि इस मैटर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी जजेज रोस्टर
के अनुसार उचित बेंच में लगाया जाए।
फिलहाल केस चीफ जस्टिस बेंच में लगाया गया है। केस पर सुनवाई के दौरान
माननीय चीफ जस्टिस महोदय अपने साथ इस केस में अन्य किस जज महोदय को मनोनीत
करेंगे। इसके बाद इस मामले पर विधिवत सुनवाई आरम्भ होगी।
सकारात्मक परिणाम और न्याय की उम्मीदें ज़िंदा हैं। पूर्ण भरोसा है इसी माह में हमे हमारा अधिकार मिलेगा।
★लड़ने वाले ही जीतते हैं।।
©मिशन सुप्रीम कोर्ट ग्रुप, यूपी।।
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