सीबीआइ के फोरेंसिक एक्सपर्ट से अभी इसकी तस्दीक होनी बाकी है। 1 के कुल 521 चयनितों में करीब एक सौ पीसीएस अफसरों के चयन गलत होने का सीबीआइ को संदेह है। अप्रैल माह में आयोग से मुख्य परीक्षा में शामिल सभी अभ्यर्थियों की उत्तर पुस्तिकाएं मांगने के बाद सीबीआइ ने चयनितों की हैंड राइटिंग का मिलान करना शुरू कर दिया है। इसके पीछे सीबीआइ यह जानने की कोशिश कर रही है कि कहीं मुख्य परीक्षा में संदिग्ध चयनितों की कापियां किसी और विशेषज्ञ ने तो नहीं लिखी। 1इलाहाबाद के गोविंदपुर स्थित कैंप कार्यालय और दिल्ली मुख्यालय में फोरेंसिक एक्सपर्ट मिलान करने में जुटे हैं। कई कापियों में फोरेंसिक एक्सपर्ट को हैंड राइटिंग बदली हुई मिली है। मार्च माह के अंत में जिन चयनितों को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था उनकी हैंड राइटिंग मूल कापियों से मिलान करने पर सीबीआइ को शक हुआ है।1 सूत्र बताते हैं कि एक चयनित से सीबीआइ अफसर इस बारे में पूछताछ भी कर चुके हैं लेकिन, उन्हें सही जवाब नहीं मिला, जबकि जिन चयनितों की हैंड राइटिंग में बदलाव की रिपोर्ट सकारात्मक आती है भर्तियों में हुई गड़बड़ी के जाल में उनका फंसना तय है। 1गौरतलब है कि आयोग पर पूर्व अध्यक्ष डा. अनिल यादव के कार्यकाल में मनमानी के खूब आरोप लगे। उनके साथ कई सदस्य भी आरोपित हैं।’>>पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर प्राप्त लिखावट और कापी में मिला अंतर 1’>>सीबीआइ के फोरेंसिक एक्सपर्ट बारीकी से कर रहे जांच, तस्दीक होना बाकी