इलाहाबाद | 27 मई को आयोजित 68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा के कई प्रश्नों को लेकर अभी से
विवाद पैदा होने लगा है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की ओर से
पांच जून को वेबसाइट पर उत्तरमाला जारी होगी और उसके बाद अभ्यर्थियों से उस
पर आपत्तियां ली जाएंगी।.
इससे पहले ही अभ्यर्थियों ने सचिव डॉ. सुत्ता सिंह को एक
दर्जन से अधिक ऐसे प्रश्नों की लिस्ट सौंप दी है जिनके उत्तर अलग-अलग
तर्कों के आधार पर भिन्न हंै। मसलन, ‘प्रधानमंत्री में कौन सा समास होगा?
अभ्यर्थियों का दावा है कि इसका उत्तर कर्मधारय या तत्पुरुष या बहुब्रीहि
तीनों है। इसी प्रकार सुखार्त: में संधि कौन सी है? प्रश्न का उत्तर दीर्घ
संधि व गुण संधि दोनों होगा। .
एक अन्य सवाल है-‘मैंने कहा होगा' किस प्रकार का वाक्य है?
इसका जवाब रचना के आधार पर सरल वाक्य एवं अर्थ के आधार पर संदेहबोधक वाक्य
होगा। सूर्य मंदिर किस स्थान पर स्थित है? इसका जवाब कोणार्क व पुरी दोनों
है। परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी आशुतोष चतुर्वेदी का कहना है कि कुछ ऐसे
प्रश्न हैं जिनके एक से अधिक उत्तर हो सकते हैं। .
काटे गये प्रश्नों का मूल्यांकन न करने की मांग : परीक्षा में
शामिल अभ्यर्थियों ने काटे गये उत्तर का मूल्यांकन नहीं करने की मांग की
है। आशुतोष चतुर्वेदी, राजकुमार आदि अभ्यर्थियों ने सचिव परीक्षा नियामक
प्राधिकारी कार्यालय में एक जून को ज्ञापन देकर अपनी मांग रखी है। .
' 27 मई को हुई परीक्षा के लिए 125745 अभ्यर्थी पंजीकृत थे.
' इनमें से 107908 (85.81 प्रतिशत) ने दी थी परीक्षा.
' सरकारी प्राथमिक स्कूलों में 68500 शिक्षकों की होगी भर्ती .
' एक सवाल के दो-तीन जवाब होने से विवाद की बढ़ी आशंका.
' परीक्षा नियामक प्राधिकारी पांच जून को जारी करेगा उत्तरमाला.
' उत्तरमाला जारी होने से पहले अभ्यर्थियों ने जुटाए साक्ष्य.