राज्य मुख्यालय। शिक्षामित्रों ने अपनी मांगों को लेकर
राजधानी में सत्याग्रह शुरू कर दिया है। सभी शिक्षामित्र संगठन एक बैनर तले
आंदोलन कर रहे हैं। उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र संयुक्त संघर्ष मोर्चा के
प्रदेश संयोजक गाजी इमाम आला ने बताया कि ये आंदोलन तब तक चलेगा जब तक
सरकार हमारी मांगें न मान ले।
शिक्षामित्र चाहते हैं कि उन्हें न्यूनतम
अर्हता प्राप्त करने के लिए चार वर्षों की छूट दी जाए। ये छूट उत्तराखण्ड
की सरकार दे रही है। वहीं उनके सहायक अध्यापक बनने तक समान कार्य, समान
वेतन का लाभ दिया जाए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की सरकार ने 2.35 संविदा
शिक्षकों का समायोजन करने का निर्णय लिया है। उप्र में भी इस तरह से
समायोजन किया जाएगा। 500 से ज्यादा शिक्षामित्र समायोजन निरस्त होने के बाद
आत्महत्या कर चुके हैं।