Important Posts

Advertisement

पुलिस से भिड़े बीएड-टीईटी अभ्यर्थी, फेंके पत्थर: नियुक्ति की मांग को लेकर किया प्रदर्शन, अधिकारियों ने आज सीएम से वार्ता करवाने का दिया आश्वासन

लखनऊ : सूबे में प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर भर्ती किए जाने की मांग को लेकर बीएड-टीईटी 2011 संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को सुबह 11 बजे तक हजारों की संख्या में अभ्यर्थी आशियाना स्थित ईको गार्डेन पहुंच गए।
अभ्यर्थी अपने हाथ में तिरंगा झंडा लिए हुए थे और वह विधान भवन तक तिरंगा यात्र निकालने पर अड़े हुए थे। अचानक इतनी भारी संख्या में आए अभ्यर्थियों को अधिकारियों ने मनाने की कोशिश की, लेकिन वह पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद मौके पर भारी पुलिस फोर्स बुलाई गई और सारे गेट बंद करवा दिए गए। दोपहर करीब तीन बजे अभ्यर्थियों ने कूच करना शुरू किया तो उन्हें बलपूर्वक रोक दिया गया। फिर भी कई अभ्यर्थी दीवार व गेट फांदकर बाहर आ गए। अभ्यर्थियों ने पुलिस पर पानी की बोतलें व पत्थर भी फेंके। पुलिस ने उन्हें वहीं रोक लिया और गुरुवार को सीएम से वार्ता करवाने का आश्वासन दिया है, जिस पर अभ्यर्थी शांत हुए।

नियुक्ति की मांग को लेकर आशियाना स्थित इको गार्डेन में बुधवार को सुबह से ही भारी संख्या में बीएड-टीईटी अभ्यर्थी पहुंचने लगे। हजारों की संख्या में पहुंचे अभ्यर्थियों ने नारेबाजी शुरू कर दी और वह सीएम से वार्ता करवाने की मांग करने लगे। उनका कहना था कि पिछले सात वर्षो से वह संघर्ष कर रहे हैं और कोर्ट ने भी उन्हें न्याय दिया है लेकिन फिर भी नौकरी नहीं मिल पा रही है। हाथ में तिरंगा लिए अभ्यर्थी विधानभवन तक तिरंगा यात्र निकालने पर अड़ गए। मौके पर आलमबाग थाने की पुलिस के अलावा भारी संख्या में पीएसी बल व दंगा नियंत्रक वाहन सहित भारी फोर्स जुट गई और चारों ओर से इको गार्डेन को घेर लिया गया। किलाबंदी करने के बाद पुलिस ने सभी गेट भी बंद कर दिए। धरना स्थल पर एसीएम तृतीय आनंद सिंह व एसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्र सहित कई अधिकारी भी मौजूद थे और वह बीएड-टीईटी 2011 के अभ्यर्थियों को समझाने में जुटे गए लेकिन वह पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद कई अभ्यर्थी जबरन गेट व चाहरदीवारी फांदकर बाहर आ गए। इसके बाद पुलिस पर बोतलें व पत्थर फेंके गए तो उसने बलपूर्वक अभ्यर्थियों को खदेड़ दिया। कभी पुलिसकर्मियों ने नरमी दिखाई तो कभी वह सख्त हुए और सभी अभ्यर्थियों को अंदर ही रोके रखा।

बीएड -टीईटी 2011 संघर्ष मोर्चे के तहत किए जा रहे प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे मान बहादुर सिंह ने बताया कि कुछ अधिकारियों की हठधर्मिता के कारण कोई फैसला नहीं हो पा रहा है। 29 मई को प्रदर्शन के दौरान कैंट में अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज हुआ था और फिर मामले को सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान में लेकर एक कमेटी गठित की थी। इस कमेटी में विधि एवं न्याय मंत्री बृजेश पाठक, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल व अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा आरपी सिंह शामिल हैं। तीन दिनों में रिपोर्ट मांगी गई थी और इसमें बीएड टीईटी अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता भी होनी थी लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। जबकि 27 जुलाई 2017 को कोर्ट ने हमें नौकरी देने के लिए आदेश दिया था। उधर एसीएम तृतीय आनंद सिंह ने बताया कि बीएड-टीईटी अभ्यर्थियों की मुलाकात गुरुवार की शाम को सीएम से करवाई जाएगी। इसकी जानकारी उन्हें दे दी गई है।

अभ्यर्थियों ने जाम की रोड

प्रदर्शन कर रहे टीईटी अभ्यर्थियों ने दोपहर के समय लगभग सैकड़ों की संख्या में दीवार फांदकर सड़कों पर उतर आए और गार्डेन के सामने चौराहे पर तिरंगा लेकर धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करते रहे। वहीं इस मार्ग से आ-जा रहे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी और उनके वाहनों को वापस घुमा दिया, लेकिन पुलिस रोड पर बैठे प्रदर्शनकारियों को नहीं हटा सकी।

UPTET news