इलाहाबाद : यूपी बोर्ड का हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा से पुराना नाता
है। यह जिम्मेदारी निभाने के साथ ही बोर्ड अब प्रदेश भर के 26 हजार से
अधिक माध्यमिक कालेजों में होने वाली पढ़ाई की निगरानी करेगा। इन कालेजों
में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए लगातार नए प्रयोग किए हो रहे हैं।
पहली बार यूपी बोर्ड कालेजों की शिक्षा की गुणवत्ता और बेहतर शिक्षा
व्यवस्था सुनिश्चित कराने की दिशा में बड़ा कदम उठा रहा है। 1माध्यमिक
शिक्षा परिषद यानि यूपी बोर्ड ने चालू नए सत्र में लागू हुए एनसीईआरटी
पैटर्न को व्यवस्थित ढंग से संचालित कराने के लिए बोर्ड के शिक्षकों
प्रशिक्षण देने की तैयारी में जुटा है। इसके लिए बोर्ड सीबीएसई के
सेवानिवृत्त शिक्षकों की मदद लेगा। बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार पूरी
तैयारी का विस्तृत प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है, ताकि जुलाई से नई
व्यवस्था लागू की जा सके। 1बोर्ड प्रशासन अब तक परीक्षा कराने के अलावा
पाठ्यक्रम तैयार करता रहा है साथ ही माध्यमिक कालेजों में नियुक्ति पाने
वाले शिक्षकों की अर्हता भी यहीं से तय होती रही है। पहली बार यूपी बोर्ड
शासन के निर्देश पर इस दिशा में बढ़ रहा है। हालांकि पिछली परीक्षा के पहले
मूल्यांकन करने वाले परीक्षकों को प्रशिक्षण दिलाने की तैयारी थी लेकिन,
वह आगे नहीं बढ़ सकी।
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