लखनऊ : बीएड के दो वर्षीय कोर्स में करीब 54 हजार सीटें खाली रह गई हैं।
सभी चरणों की काउंसिलिंग रविवार को खत्म होने के बाद करीब 148000 सीटें ही
इस बार भरी हैं।
जबकि बीएड में करीब 202000 सीटें इस बार थीं। फिलहाल
कॉलेजों की मांग पर करीब चार दिन सीधे दाखिले की अंतिम तारीख बढ़ाई गई थी।
बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी इस बार भी लखनऊ
विश्वविद्यालय (लविवि) को ही सौंपी गई थी। बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा
के राज्य समन्वयक प्रो. एनके खरे ने बताया कि बीएड में 54 हजार सीटें इस
वर्ष खाली रह गई हैं। अब इन सीटों पर कोई दाखिला नहीं होगा। इस बार बीएड की
संयुक्त प्रवेश परीक्षा में करीब 2.10 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे और इसमें
से ज्यादातर को सफल घोषित किया गया था। तीन चरणों में बीएड में दाखिले की
काउंसिलिंग पूरी की गई। मुख्य काउंसिलिंग में करीब 65 हजार सीटें, पूल
काउंसिलिंग में लगभग 12 हजार सीटें भरी और 72 हजार विद्यार्थियों ने बीएड
कॉलेजों में सीधे दाखिले लिए।
