मैनपुरी (ब्यूरो)- नये शिक्षा सत्र शुरू होते ही नगर
में जगह जगह कोचिंग सेन्टर खुल गये है। कहीं पुलिस भर्ती, शिक्षक भर्ती,
पटवारी भर्ती से लेकर छात्रो को अच्छे अंको से पास होने का बादा कोचिंग
सेन्टरो द्वारा किया जा रहा है।
रंगीन बडे बडे पर्चे सहित बोर्ड लगा कर
छात्रो को अपनी अपनी कोचिंगो में आमांत्रित किया जा रहा है। कस्वा में जगह
जगह किराये की दुकानो में कोचिंग सेन्टर खुले है। इन सेन्टरो पर न तो
पार्किंग की व्यवस्था और न ही छात्रो को विठाने की उचित व्यवस्था है।
परन्तु प्रचार प्रशार में सभी सुबिधायें बता कर कोचिंग सेन्टर नियमो के
विरूद्घ संचालित किये जा रहे है। इन सेन्टरो पर सुबह होते ही छात्र छात्राओ
की भीड उमड पडती है। और 12 वी पास तक कोचिंग सेन्टर संचालित कर रहे है
जिसके चलते छात्रो का भविष्य तो अंधकार में जा ही रहा है। और पैसा भी
बर्बाद हो रहा है। शिक्षा विभाग के आलाधिकारी से लेकर प्रशासनिक अधिकारी इन
कोचिंग सेन्टरो का न तो निरीक्षण करते है और न ही ध्यान देते है। जिसके
चलते दिन प्रति दिन कोचिंग सेन्टरो की संख्या में बढोत्तरी होती हुई दिखाई
दे रहे है। न तो कोचिंग सेन्टरो पर रजिस्ट्रेशन है और न ही अनुभव इसके
बाबजूद भी घडल्ले से शिक्षा विभाग की मेहरवानी के चलते कस्वा में दर्जनों
कोचिंग सेन्टर संचालित हो रहे है।
अधिकांश स्थानो पर शिक्षा की दुकाने चलाई जा रही है। दुकानो से लेकर
छोटे से कमरो में तक यह दुकाने संचालित है। जब कि शिक्षा की दुकान चलाने के
लिए अनुभव से लेकर नियमो का पालन करना अनिवार्य है। नगर में अधिकांश
स्थानो पर शासकीय शिक्षको द्वारा बेखौफ होकर यह दुकाने संचालित की जा रही
है। आलाधिकारियो को ऐसे लापरवाह शिक्षको पर कडी कार्यवाही करना चाहिये।
कस्वा के नागरिकों कहना है कि नगर में शासकीय शिक्षको द्वारा शिक्षा का
व्यापार किया जा रहा है। साथ ही नगर में अधिकांश स्थानो पर कोचिंग सेन्टरो
की संख्या में बढोत्तरी हो गई है। यहां पर शिक्षा को व्यापार बना दिया गया
है। साथ ही इनमें छात्रो का भविष्य बर्बाद किया जा रहा है और मनमानी फीस
बसूली जाती है। जिनमें बरनाहल,करहल,घिरोर, कुरावली,किशनी,बेवर आदि स्थानों
पर बड़ी मात्रा में चल रहे हैं सेंटर