जागरण संवाददाता, रामपुर : जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी ने
शिक्षकों से कहा है कि वह समाज में व्याप्त धारणा को बदलने के लिए सरकारी
विद्यालयों में पढ़ें सफल छात्रों से बच्चों से परिचय कराएं। उनके अनुभवों
को बच्चों के साथ साझा करने पर जोर दिया।
यह बात उन्होंने सोमवार को अपने कार्यालय में कोशिश बदलाव की पत्रिका
के संपादक मंडल से मुलाकात के दौरान कही। इस मौके पर संपादक टीम ने जिला
बेसिक शिक्षाधिकारी को पत्रिका भेंट की। उन्होंने शिक्षकों के इस प्रयास की
सराहनीय बताया। साथ ही भविष्य में और बेहतर करने पर जोर दिया। इस मौके पर
उन्होंने इंस्पायर अवार्ड के बारे में जानकारी देने के साथ ही अधिक से अधिक
बच्चों को प्रातियोगिता में प्रतिभाग कराने के निर्देश दिए। इसके अलावा
उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वह अपने विद्यालय के बच्चों की
परीक्षा के लिए तैयारी कराएं, जिससे अधिक से अधिक बच्चे सफल हो सकें। कहा
कि आज आमजन की सोच बेसिक स्कूल के प्रति नकारात्मक सी बन गई है। इस सोच को
बदलने की जरूरत है। इसके लिए उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वह अपने
गांव व आसपास उन भूतपूर्व छात्रों की सूची बनाएं, जो इस विद्यालय में
शिक्षा प्राप्त कर अपने जीवन में सफल हुए हैं और आज अच्छे नागरिक होने के
साथ ही किसी मुकाम पर हैं। विद्यालय में समारोह आयोजित कर बच्चों से
मुलाकात कराएं। उनके अनुभव साझा करें। बच्चों से प्रश्न कराएं। उनके उत्तर
उनसे दिलवाएं। ऐसा करने से बच्चों की सोच में बदलाव के साथ ही आगे बढ़ने की
प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वह स्वयं को केवल एक
शिक्षक न समझें बल्कि अभिभावक की तरह जिम्मेदारी निभाएं। इसी तरह का
व्यवहार भी करें। कोई बच्चा आगे बढ़ता है तो स्वयं को बच्चे का अभिभावक भी
समझें। इस मौके पर पत्रिका के संपादक दीपक पुंडीर, सह-संपादक सुरेंद्र
यादव, सईद सागर, मोहम्मद तनवीर, राधेश्याम, डॉक्टर वसीम अहमद, अजहर अहमद,
सलीम अहमद, मनोज निमेष, नितिन राजपूत, भुजवीर ¨सह, नरेश कुमार, आदि मौजूद
रहे।