बाराबंकी। बेसिक शिक्षा विभाग में 12460 शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े का
राज अलमारी के साथ सोमवार को खुलेगा। मामले से जुड़ी पत्रावली दबाए बैठे
लिपिक ने तबादले के बाद अलमारी की चाभी शनिवार को बीएसए के पास भेजवा दी
है।
ऐसे में अलमारी में रखी पत्रावली मिलने के बाद ही शिक्षक भर्ती का सच
सामने आएगा।
जिले में 286 शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती होनी थी। जिसमें से करीब दो
सौ शिक्षकों को तत्कालीन बीएसए पीएन सिंह द्वारा नियुक्ति पत्र दिए थे।
जिसमें हुए फर्जीवाड़े को लेकर बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल ने
नावगत बीएसए विनय कुमार सिंह को जांच के आदेश दिए थे।
मगर,
मामले से जुड़ी फाइल पटल सहायक से मांगते-मांगते बीएसए थक गए। जिस पर बीएसए
ने लिपिक का नोटिस भेजकर फाइल उपलब्ध कराने को कहा। उसके बाद भी उसने फाइल
नहीं दी। इसी बीच लिपिक का तबादला होने के आदेश पर बीएसए ने उसे रिलीव कर
दिया। जिसके बाद लिपिक ने अलमारी की चाभी बीएसए के पास शनिवार को भेजवा दी
है।