सुलतानपुर : अपने कार्यक्षेत्र में सगी बहन की नियुक्ति के आरोपों से
जूझ रहे बीएसए कौस्तुभ कुमार सिंह ने जांच टीम के सामने स्वीकार किया कि
उसने अपनी सगी बहन की नियुक्ति की है।
इसके अलावा अन्य आरोपों पर भी बीएसए
ने सफाई दी। फिलहाल जांच टीम को कई अनियमितताएं मिली है, जिससे जांच अभी
जारी रहेगी। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, बीएसए के भ्रष्टाचार का खुलासा
होना तय माना जा रहा है। हालांकि बंद कमरे में जांच होने से पारदर्शिता पर
सवाल उठाए जा रहे हैं।
पांच घंटे चली पूछताछ
शिकायतों को आखिरकार संज्ञान में लेते हुए अनुसचिव उमेश कुमार तिवारी ने
अपर शिक्षा निदेशक रूबी सिंह को जांच सौंपी, जिसके बाद शनिवार को अपर
शिक्षा निदेशक, एडी बेसिक रवीन्द्र सिंह की जांच टीम जिले में पहुंचीं।
सर्वशिक्षा अभियान कार्यालय में जांच शुरू की गई। जांच को पूरी तरीके से
गोपनीय रखने का प्रयास किया गया। कमरे को बंद रखकर करीब पांच घंटे से अधिक
समय तक फाइलें पलटी गईं। जांच में सर्व शिक्षा अभियान के तहत शासन से मिलने
वाले फंड को भी शामिल किया गया है। हालांकि कुछ फाइलें जिलाधिकारी के पास
होने के चलते अवलोकन नहीं किया जा सका।
बीएसए द्वारा किए गए भ्रष्टाचार का मामला विधानसभा और विधान परिषद में भी
गूंजा था। विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह, विधायक लालजी वर्मा, विधायक राकेश
सिंह, विधायक सूर्यभान सिंह, विधायक प्रतिनिधि लम्भुआ शिवाकांत मिश्रा ने
भी मामले को शासन तक पहुंचाया।
