बेसिक शिक्षा विभाग में सूचनाएं व आदेश पत्रों को आने जाने में काफी समय
लग जाता है। इससे योजनाएं तो देर से शुरू ही होती हैं साथ में कार्यवाही
भी निश्चित समय में नहीं हो पाती है।
जबकि डाक लाने व ले जाने के लिए अलग
से कर्मचारी नियुक्त हैं। इस हीलाहवाली के चलते विभाग में अभी भी कई
कार्यवाही लंबित पड़ी है।
शासन प्रशासन भले ही हाईटेक हो गया हो लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग अभी भी
कागजों में ही उलझा हुआ है। ई मेल की पद्वति शुरू न होने से समस्या आ रही
है। बीएसए कार्यालय से सभी बीआरसी दफ्तरों के अभी भी आदेश पत्र पहुंचाए
जाते हैं। इससे शासन से जारी हुए आदेश को सभी खंडशिक्षाधिकारी कार्यालयों
तक पहुंचने में ही काफी समय व्यतीत हो जाता है। योजनाओं से संबधित अति
महत्वपूर्ण आदेश पत्र भी जारी होने के कई दिनों बाद बीआरसी कार्यालयों में
पहुंच पाते हैं। जबकि पत्रों की डाक लाने ले जाने के लिए अलग से कर्मचारी
नियुक्त किया गया है। इसके बाबजूद पत्रों को पहुंचाने में हीलाहवाली की
जाती है। जिले से डाक लाने वाला कर्मचारी ही बीआरसी कार्यालय से सूचनाएं ले
जाता है। योजनाओं से संबधित पत्र देर से पहुंचने के बाद उन पर अमल होने भी
काफी समय लगता है। इसके अलावा सूचनाएं पहुंचने में देर होने से उन पर
कार्रवाई में भी काफी समय लग जाता है। समन्वय सुखराम कोहली ने बताया कि डाक
देर से आती है जिससे आदेश भी देर से ही मिल पाते हैं। मैं जाता हूं तो
आवश्यक प्रपत्र ले आता हूं।
