मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआइटी) अब लघु
पाठ्यक्रमों की श्रंखला के माध्यम से शिक्षक-छात्रों में विशेषज्ञता के गुण
पैदा करेगा। संस्थान के विभिन्न विभागों में आयोजित लघु अवधि के प्रशिक्षण
कार्यक्रम में पाठ्यक्रम के अकादमिक-व्यावसायिक पक्ष के नवीनतम ू पर चर्चा
होगी।
देशभर के विषय विशेषज्ञ इसमें तकनीक, प्रबंधन और प्रौद्योगिकी के
नवीनतम ू से अवगत कराएंगे। नवाचार के विषयों में डाटा एनालिसिस, थर्मल
एनर्जी, नैनो पार्टिकल, प्रबंधन, फ्यूल, पावर टेक्नोलॉजी, सिविल
इंजीनियरिंग समेत दर्जनों विषय एवं टॉपिक शामिल होंगे। कुछ तो पाठ्यक्रम
स्ववित्तपोषित तो कुछ शीर्ष एजेंसियों द्वारा वित्तीय सहायता प्राप्त
होंगे। 1मोतीलाल नेहरू राष्ट्र के शीर्ष सूचना एवं प्रौद्योगिकी के शीर्ष
संस्थानों में शुमार होता है। यहां पर प्रबंधन एवं मानविकी की भी पढ़ाई
होती है। संस्थान लघु पाठ्यक्रमों जैसे रिसर्च मैथेडोलॉजी, इंडस्टियल
प्रशिक्षण, इमरजिंग ट्रेंड समेत दर्जनों कोर्स शुरू करेगा। इसमें यूजीसी,
डीएसटी (डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी), एमएचआरडी (केंद्रीय मानव
संसाधन विकास मंत्रलय), आइसीएसएसआर (इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल रिसर्च) से
पोषित पाठ्यक्रम हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त संस्थान द्वारा आयोजित
स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रम शामिल है। निदेशक राजीव त्रिपाठी ने बताया कि लघु
पाठ्यक्रम विश्वविद्यालयों, उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षक भर्ती और
शिक्षकों की प्रोन्नति में सहायक होते हैं। फिलहाल 23 से अक्टूबर के मध्य
नैनोफ्लूड पर छह दिवसीय लघु पाठ्यक्रम शुरू हो रहा है। इसके साथ संपूर्ण
सत्र में विभागों की गतिविधियां संचालित होती रहेंगीं।
लघु पाठ्यक्रमों के लाभ : विश्वविद्यालय-उच्च-तकनीकी शिक्षण संस्थानों में
शिक्षक-अकादमिक पदों पर भर्ती-प्रोन्नति में एपीआइ (एकेडमिक पर्फोस
इंडीकेटर) बढ़ाने में सहायक’एक दिन से 15 दिनों तक होंगे शार्टटर्म कोर्स
के माध्यम से देश दुनिया की तकनीक से परिचित होने का मिलेगा मौका
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