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शिक्षामित्रों की दिवाली हो सकती है फीकी

मैनपुरी। समायोजन निरस्त होने के बाद से ही शिक्षामित्र परेशान हैं। इस बार सितंबर का मानदेय नहीं मिल पाने के कारण 1910 शिक्षामित्रों के परिवारों की प्रकाशमय दिवाली फीकी हो सकती है। शिक्षामित्रों की सितंबर की उपस्थिति भी नहीं भेजी गई है, जबकि अफसरों का कहना है कि समय से उपस्थिति भेजने के निर्देश दिए जा चुके हैं। उधर, शिक्षामित्रों ने अफसरों पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है।

शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के संयुक्त मंत्री अनुराग मिश्रा ने बताया कि समायोजन निरस्त होने के बाद से ही शिक्षामित्रों का शोषण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने जहां सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन दिवाली से पहले देने के निर्देश दिए हैं। वहीं, दूसरी ओर शिक्षामित्रों को अभी तक सितंबर के मानदेय का भुगतान की भी कोई तैयारी नहीं हो सका है।
जिला संयोजक विनीत प्रताप सिंह ने कहा कि अभी तक मैनपुरी विकास खंड के खंड शिक्षाधिकारी के अतिरिक्त किसी ने भी सितंबर की उपस्थिति बीएसए कार्यालय को नहीं भेजी है। इसके चलते संबंधित लिपिक ने दिवाली से पहले मानदेय भुगतान के हाथ खड़े कर दिए हैं। उसका कहना है कि अगले तीन दिन में यदि उपस्थिति नहीं मिलती है तो दिवाली से पहले भुगतान नहीं हो सकता।
शिक्षामित्र नेता शुभम शक्ति भदौरिया, अजय यादव, सुमन यादव, बीना कुमारी, मंजू यादव, राजेश कुमार, कल्पना चौहान, सरिता यादव, रीना पांडेय, प्रवीन कुमार आदि ने बीएसए से खंड शिक्षाधिकारियों से उपस्थिति मंगाने को कहा है।
सभी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि शिक्षामित्रों की उपस्थित समय से उपलब्ध करा दें, जिससे उनके मानदेय का भुगतान दिवाली से पहले किया जा सके। बजट प्राप्त हो चुका है बाकी तैयारी पूरी है।
-विजय प्रताप सिंह, बीएसए

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