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नई शिक्षा नीति 2019 के उन महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में चर्चा करेंगे, जिसके विषय मे सोशल मीडिया में भ्रांतियां चल रही हैं: पढें एक शिक्षक द्वारा कुछ बिंदुओ पर किया गया विश्लेषण

नमस्कार दोस्तो,
नई शिक्षा नीति 2019 के उन महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में  चर्चा करेंगे, जिसके विषय मे सोशल मीडिया में भ्रांतियां चल रही है।

 मैंने नई शिक्षा नीति के कुछ बिंदुओं का अध्ययन किया, जिसके बारे मे जानते है-

 नई शिक्षा नीति में ऐसा नकारात्मक अंक के विषय मे कुछ नही लिखा है। बल्कि उसमे यह लिखा हुआ है, कि जो इस समय जो टेट का पेपर का आयोजन होता है, उसका शिक्षक की गुणवत्ता से कोई लेना देना नही है। बल्कि हमे ऐसे टेट की परीक्षा करवानी है, जिसमे शिक्षक के गुणो का अध्ययन किया जा सके।

नई शिक्षा नीति में टेट प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा में भी होगा जो कि अलग अलग टेट होगा, किसी मे भी नकारात्मक अंक नही होंगे।

 टेट परीक्षा को अपडेट करके गुणवत्ता युक्त बनाया जाएगा। उसके बाद जिन लोगो को विषयक शिक्षक बनना है, उन लोगो को NTA परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी, जब आप माध्यमिक या उच्च कक्षा में शिक्षक बनेंगे तो NTA के मार्क्स टेट के मार्क्स के साथ जुड़ेंगे।

NTA परीक्षा एक बार देनी है या बार बार देनी है, ऐसा कोई जिक्र नही है। लेकिन पढ़ कर ऐसा लग रहा है कि NTA परीक्षा विषय परीक्षा होगी जो वर्ष में एक या दो बार आयोजित होगी, जिसका प्रमाणपत्र प्राप्त होगा।

बात करते है #इंटरव्यू के लिये नई शिक्षा नीति में क्या कहा गया है-
नई शिक्षा नीति में इंटरव्यू के विषय में लिखा है कि शिक्षकों को BRC में अगर यह सम्भव नही है तो स्कूल में 5-7 मिनट का वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिये आपके पढ़ाने का तौर तरीका देखा जाएगा। 
इसका उद्देशय सिर्फ इतना है कि आप अपनी बात को अच्छे ढंग से रख पा रहे है या नही, आप बच्चो की स्थानीय भाषा का प्रयोग कर पा रहे है या नही। 

#अन्य_महत्वपूर्ण_बात
2030 तक शिक्षक बनने के लिये आवयश्क न्यूनतम डिग्री 4 वर्षीय बीएड हो जाएगी। अगर आपने स्नातक किया है तो 2 वर्षीय बीएड अगर आपने परस्नातक किया है तो 1 वर्षीय बीएड। 

2 वर्षीय बीएड और 1 वर्षीय बीएड वही संस्था कराएगी जो 4 वर्षीय बीएड करवा रही है, अन्य जगह का मान्य नही होगा।

2 वर्षीय डीएलएड(पूर्व नाम बीटीसी) को बीएड के नाम से जाना जाएगा।

शिक्षामित्र अन्य संविदा कर्मियों को 2022 के बाद से आगे नही रखा जाएगा न ही नई भर्ती की जाएगी।

नए शिक्षको को अपने पहले 2 वर्ष में किसी CPD केंद्र जैसे BRC, CRC, BITE, DIET जो कि स्कूल कॉप्लेक्स से सम्बंधित है, में पंजिकृत कर दिया जाएगा। इससे उनको मार्गदर्शन मिलेगा और अपने साथी शिक्षकों के साथ संघटित हो सके।

DIET एवं अन्य CPD संस्थाओं को अपडेट किया जाएगा, जिसका काम स्कूल का निरीक्षण करना, योजना बनाना, शिक्षक प्रशिक्षण देना अन्य गुणवत्तापूर्ण कार्य सम्पादित किया जाएंगे।

नई शिक्षा नीति में शिक्षकों के 10 लाख पद खाली बताये गए हैं।

नोट- 69000 शिक्षक भर्ती में इस शिक्षा नीति का कोई प्रभाव नही पड़ेगा।

दूसरी बात जब तक 4 वर्षीय बीएड शुरू नही होता तब तक आगामी किसी भर्ती में नई शिक्षानीति का कोई प्रभाव नही पड़ेगा।

तीसरी बात इंटरव्यू प्राथमिक में रहेगा या नही इस बात का ज़िक्र नही है, क्यों कि इंटरव्यू NTA परीक्षा के बाद का दिया है जो कि विषय से सम्बंधित परीक्षा है। मोदी जी ग्रुप C की नौकरी तक इंटरव्यू के पक्ष में नही है, अतः प्राथमिक में इंटरव्यू नही होगा।

अफवाहों से बचिए, जो बातें नई शिक्षा नीति में दी गयी है, उन्ही कुछ महत्वपूर्ण बातों की चर्चा की गई है।

धन्यवाद

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