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फर्जी अंकपत्र पर नौकरी हथियाने वाला शिक्षक बर्खास्त, जांच में फर्जी अंकपत्र की पुष्टि

 गोरखपुर: जिले में फर्जी अंकपत्र पर नौकरी करने वाले शिक्षकों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है। सोमवार को हाईस्कूल व इंटर के फर्जी अंक पत्र पर मृतक आश्रित कोटे के तहत नौकरी हासिल करने के आरोप में शिक्षक विनय कुमार को बर्खास्त कर दिया गया। खजनी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय पल्हीपार बाबू में तैनात शिक्षक के विरुद्ध शिकायत के आधार पर जांच के बाद बीएसए ने कार्रवाई की है।



बर्खास्त शिक्षक विनय की नियुक्ति 23 जनवरी 1999 को पिता प्रयाग प्रसाद के निधन के बाद मृतक आश्रित कोटे से हुई थी। विकास खंड के मुड़देवा निवासी अजय कुमार ने 15 जून 2020 को बीएसए कार्यालय में शिक्षक के फर्जी अंकपत्र पर नौकरी हासिल करने की शिकायत की। जिसके बाद बीएसए ने नोटिस जारी कर शिक्षक को निलंबित कर बीआरसी खजनी से संबद्ध कर दिया। खंड शिक्षाधिकारी बीके राय की जांच में हाईस्कूल व इंटर के अंकपत्र फर्जी पाए गए। बीएसए रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि अंकपत्र फर्जी मिलने पर शिक्षक को बर्खास्त कर दिया गया है। रिकवरी के आदेश भी दे दिए गए हैं।

88 पहुंची बर्खास्त शिक्षकों की तादाद : फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी के मामले में जिले में अब तक बर्खास्त शिक्षकों की तादाद 89 पहुंच चुकी है। अब तक दो दर्जन से अधिक शिक्षक निलंबित हो चुके हैं।

’>>बर्खास्त शिक्षक की मृतक आश्रित कोटे से हुई थी नियुक्ति

’>>जांच में फर्जी अंकपत्र की पुष्टि होने पर बीएसए ने की बर्खास्तगी

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