मैनपुरी। परियोजना निदेशक की रिपोर्ट पर प्रधानाध्यापिका और शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया। परियोजना निदेशक ने 12 अक्तूबर को विकास खंड जागीर के प्राथमिक विद्यालय भारापुर का निरीक्षण किया था।
इस दौरान विद्यालय में तैनात शिक्षिका कीर्ति, शिक्षामित्र शैलेंद्र सागर और साधना अनुपस्थित मिली थीं। परियोजना निदेशक ने पाया कि प्रधानाध्यापिका ने अनुपस्थित शिक्षिका और शिक्षामित्रों के फर्जी हस्ताक्षर किए हैं। परियोजना निदेशक को एमडीएम उपस्थिति में भी फर्जीवाड़ा मिला। 61 छात्र उपस्थित थे। एमडीएम रजिस्टर में 110 दर्शाए गए थे।परियोजना निदेशक केके सिंह ने 12 अक्तूबर को जागीर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय भारापुर का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के समय यहां तैनात शिक्षिका कीर्ति और शिक्षामित्र शैलेंद्र सागर व साधना अनुपस्थित थीं। अनुपस्थित शिक्षकों के पंजिका पर हस्ताक्षर थे। परियोजना निदेशक ने पिछले हस्ताक्षरों से मिलान किया तो पाया कि प्रधानाध्यापिका ने ही ये फर्जी तरीके से किए हैं। निरीक्षण के दौरान परियोजना निदेशक को 61 छात्र उपस्थित मिले। एमडीएम रजिस्टर में भोजन वितरण 110 छात्रों को दिखाया गया। परियोजना निदेशक ने पाया कि 49 छात्रों को फर्जी एमडीएम वितरण दिखाया गया है। परियोजना निदेशक ने अपनी रिपोर्ट बीएसए को भेज दी। बीएसए दीपिका गुप्ता ने परियोजना निदेशक की रिपोर्ट के आधार पर प्रधानाध्यापिका रीता और कीर्ति को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
रीता को जागीर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय हविलिया चौहानपुर से संबद्ध करते हुए बीईओ किशनी सुनील कुमार दुबे को जांच अधिकारी बनाया गया है। कीर्ति को प्राथमिक विद्यालय कीरतपुर से संबद्ध करते हुए बीईओ सुल्तानगंज अनुपम शुक्ला को जांच अधिकारी नियुक्ति किया गया है।