उत्तर प्रदेश के परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों में कार्यरत सरकारी शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। 10 वर्षों की निष्कलंक और संतोषजनक सेवा पूरी करने वाले शिक्षकों का ग्रेड पे बढ़ा दिया गया है, जिससे उनके मासिक वेतन में सीधा लाभ मिलेगा।
10 साल सेवा पूरी, अब मिलेगा चयन वेतनमान का लाभ
विभागीय रिकॉर्ड के अनुसार जिन शिक्षकों ने बिना किसी अनुशासनात्मक कार्रवाई के लगातार 10 वर्ष की सेवा पूरी कर ली है, उन्हें चयन वेतनमान का लाभ दिया गया है। इसके तहत:
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पहले ग्रेड पे: ₹4200
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बढ़ा हुआ ग्रेड पे: ₹4600
यानी शिक्षकों के वेतन में 400 रुपये ग्रेड पे की वृद्धि की गई है।
इन शिक्षकों को मिला लाभ
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परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक
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प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक व कंपोजिट स्कूल
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10 वर्ष की सेवा अवधि पूरी
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सेवा अभिलेख पूरी तरह साफ (No Adverse Entry)
इस प्रक्रिया के अंतर्गत एक ब्लॉक के 54 शिक्षकों को चयन वेतनमान प्रदान किया गया है।
गलत जानकारी देने पर होगी कार्रवाई
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी शिक्षक के सेवा अभिलेख में भविष्य में कोई त्रुटि, फर्जीवाड़ा या गलत जानकारी पाई जाती है, तो:
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बढ़ा हुआ वेतन वापस लिया जाएगा
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पूर्व में किया गया भुगतान समायोजित होगा
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संबंधित शिक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी
शिक्षकों के मनोबल में वृद्धि
इस फैसले से न केवल शिक्षकों को आर्थिक लाभ मिला है, बल्कि इससे शिक्षकों के मनोबल और कार्य-प्रेरणा में भी बढ़ोतरी हुई है। लंबे समय से सेवा दे रहे शिक्षकों के लिए यह निर्णय सम्मान और स्थायित्व का संकेत माना जा रहा है।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश में सरकारी शिक्षकों के लिए यह फैसला एक सकारात्मक कदम है। 10 वर्षों की निष्कलंक सेवा के बाद ग्रेड पे में वृद्धि से शिक्षकों को न केवल आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।