लखनऊ — केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) 2026 के पेपर-1 (कक्षा 1 से 5) के ऑनलाइन आवेदन को लेकर सेवारत बीएड अर्हताधारी अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति बन गई है। कारण यह है कि आवेदन फॉर्म में छह माह के विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण का स्पष्ट विकल्प उपलब्ध नहीं है, जिससे संबंधित अभ्यर्थी आवेदन नहीं कर पा रहे हैं।
परीक्षा नियामक सचिव ने मांगा मार्गदर्शन
इस स्थिति को लेकर सचिव, परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने निदेशक एससीईआरटी को पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांगा है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि ऑनलाइन आवेदन में निर्धारित योग्यता कॉलम में छह माह के विशिष्ट बीटीसी पाठ्यक्रम का विकल्प शामिल न होने के कारण बीएड व विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थी सीटेट 2026 पेपर-1 के लिए आवेदन करने में असमर्थ हैं।
स्पष्ट दिशा-निर्देशों का अभाव
पत्र में यह भी स्पष्ट किया गया है कि राज्य सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस दिशा-निर्देश जारी नहीं किए गए हैं, जिनमें यह तय हो कि:
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बीएड व छह माह के विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थी
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प्राथमिक स्तर की शिक्षक पात्रता परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं या नहीं
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अथवा उन्हें उत्तीर्ण माने जाने की स्थिति क्या होगी
इस अस्पष्टता के चलते अभ्यर्थियों के साथ-साथ विभागीय अधिकारियों में भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
सेवारत सहायक अध्यापकों का मामला
मामला उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत संचालित प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत सेवारत सहायक अध्यापकों से भी जुड़ा हुआ है। भविष्य में किसी प्रकार की विसंगति या विधिक कार्रवाई से बचने के लिए निदेशक एससीईआरटी से स्पष्ट मार्गदर्शन मांगा गया है।
निर्णय का इंतजार
अब सभी की नजरें एससीईआरटी के मार्गदर्शन और राज्य सरकार के निर्णय पर टिकी हैं। जब तक स्पष्ट आदेश नहीं आते, तब तक बीएड व विशिष्ट बीटीसी अर्हताधारी अभ्यर्थियों के लिए सीटेट 2026 पेपर-1 का आवेदन अधर में लटका हुआ है।