भारतीय कमोडिटी बाजार में चांदी की कीमतों में लगातार रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा रुझान को देखते हुए 2026 तक चांदी ₹2.25 लाख से ₹2.50 लाख प्रति किलो तक पहुंच सकती है। वहीं, सोने के दाम भी ₹1.40 लाख से ₹1.60 लाख प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड बना सकते हैं।
चांदी की कीमतों में तेजी की बड़ी वजहें
कमोडिटी बाजार के जानकारों के अनुसार, चांदी की कीमतों को सबसे मजबूत सहारा औद्योगिक मांग (Industrial Demand) से मिल रहा है।
🔹 औद्योगिक उपयोग में तेज़ बढ़ोतरी
सोलर पैनल और ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट
इलेक्ट्रिक वाहन (EV)
इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर उद्योग
ग्रीन एनर्जी पर वैश्विक निवेश बढ़ने से चांदी की मांग लगातार मजबूत बनी हुई है।
🔹 ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अमेरिका और यूरोप में ब्याज दरों में कटौती शुरू होती है, तो निवेशक सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख करेंगे।
👉 इसका सीधा फायदा सोना और चांदी दोनों को मिलेगा।
कमजोर डॉलर और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता भी चांदी की कीमतों को समर्थन दे रही है।
2026 तक चांदी के भाव पर ब्रोकरेज का अनुमान
मोतीलाल ओसवाल, एक्सिस सिक्योरिटीज सहित कई ब्रोकरेज और रिसर्च रिपोर्ट्स के मुताबिक:
2026 के अंत तक चांदी ₹2.40 लाख प्रति किलो तक पहुंच सकती है
तेजी के बाद मुनाफावसूली से अल्पावधि में उतार-चढ़ाव संभव
₹1.78 लाख प्रति किलो तक सुधार (Correction) की संभावना से इनकार नहीं
👉 निवेशकों को लंबी अवधि का नजरिया रखने की सलाह दी जा रही है।
चांदी ने बनाया नया ऑल टाइम हाई
राष्ट्रीय राजधानी में लगातार दूसरे दिन रिकॉर्ड तेजी दर्ज करते हुए चांदी ₹1,800 की बढ़त के साथ ₹2,07,600 प्रति किलो के नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई।
📈 इस साल की ऐतिहासिक तेजी
1 जनवरी 2025 को भाव: ₹90,500 प्रति किलो
मौजूदा भाव: ₹2,07,600 प्रति किलो
कुल बढ़त: ₹1,17,100 (129.4%)
व्यापारियों की लगातार खरीदारी ने कीमतों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
सोने की कीमतों का 2026 आउटलुक
सोने को लेकर भी विशेषज्ञों का रुख बेहद सकारात्मक बना हुआ है।
🔸 सोने को सहारा देने वाले कारक
केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता
ब्याज दरों में संभावित कटौती
🔸 अनुमानित रेंज (2026)
₹1.40 लाख – ₹1.60 लाख प्रति 10 ग्राम
सोना एक बार फिर सुरक्षित निवेश के रूप में निवेशकों की पहली पसंद बनता दिख रहा है।
निवेशकों के लिए जरूरी सलाह
✔ एकमुश्त निवेश से बचें ✔ चरणबद्ध (SIP/स्टैगर्ड) निवेश करें ✔ अल्पावधि उतार-चढ़ाव से घबराएं नहीं ✔ लंबी अवधि का नजरिया रखें
👉 कमोडिटी बाजार में ऊंचे स्तरों पर जोखिम भी उतना ही अधिक होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
मौजूदा ट्रेंड और वैश्विक संकेतों को देखते हुए 2026 में चांदी और सोना दोनों भारतीय बाजार में नए रिकॉर्ड बना सकते हैं। हालांकि, तेज तेजी के बीच जोखिमों को नजरअंदाज करना सही नहीं होगा। समझदारी भरा और दीर्घकालिक निवेश ही बेहतर रणनीति मानी जा रही है।