प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को नया अध्यक्ष मिलने के बाद लंबे समय से अटकी शिक्षक भर्तियों को लेकर अभ्यर्थियों में नई उम्मीद जगी है। आयोग के माध्यम से 5073 शिक्षण पदों पर भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाए जाने की संभावना जताई जा रही है।
यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है, जब माध्यमिक और उच्च शिक्षा से जुड़ी कई भर्तियां वर्षों से लंबित हैं और लाखों अभ्यर्थी परिणाम और नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं।
किन पदों पर होगी भर्ती
आयोग के माध्यम से जिन पदों पर चयन की उम्मीद है, उनमें—
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प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (TGT): 3539 पद
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प्रवक्ता (PGT): 624 पद
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असिस्टेंट प्रोफेसर: 910 पद
शामिल हैं। ये पद अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों और महाविद्यालयों में भरे जाने हैं।
13 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने किया था आवेदन
इन भर्तियों के लिए 13 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। परीक्षा प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद परिणाम और आगे की चयन प्रक्रिया लंबित रहने से अभ्यर्थियों में निराशा थी।
अब आयोग को नया नेतृत्व मिलने के बाद चयन प्रक्रिया में तेजी और पारदर्शिता की उम्मीद जताई जा रही है।
लंबित प्रक्रियाओं पर रहेगा फोकस
आयोग के सामने प्रमुख चुनौतियां—
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लिखित परीक्षा के परिणाम जारी करना
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आपत्तियों का निस्तारण
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साक्षात्कार और अंतिम चयन सूची तैयार करना
रही हैं। नए अध्यक्ष के कार्यभार संभालने के बाद इन सभी प्रक्रियाओं को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किए जाने की संभावना है।
अभ्यर्थियों में बढ़ी उम्मीद
शिक्षक अभ्यर्थियों का मानना है कि—
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भर्ती प्रक्रिया में अनावश्यक देरी समाप्त होगी
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चयन प्रक्रिया निष्पक्ष होगी
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रिक्त पदों पर जल्द नियुक्तियां होंगी
इससे प्रदेश के विद्यालयों और महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी भी दूर हो सकेगी।
निष्कर्ष
शिक्षा सेवा चयन आयोग को नया अध्यक्ष मिलने के बाद 5073 शिक्षक पदों पर भर्ती को लेकर सकारात्मक माहौल बना है। यदि चयन प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ती है, तो यह लाखों अभ्यर्थियों के लिए बड़ी राहत साबित होगी।