लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने युवाओं को रोजगार देने की दिशा में बड़ा लक्ष्य तय किया है। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा है कि आने वाले दो वर्षों में 6.50 लाख युवाओं को देश और विदेश में रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है।
यह जानकारी उन्होंने शनिवार को आयोजित दो वर्षीय कार्ययोजना पर आधारित एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में दी।
रोजगार मिशन के तहत होगी व्यापक पहल
श्रम मंत्री ने बताया कि यह लक्ष्य रोजगार मिशन के माध्यम से पूरा किया जाएगा। इसके तहत देश और विदेश में उपलब्ध नौकरी की रिक्तियों का व्यापक सर्वेक्षण कराया जाएगा।
इसके लिए ईओआई (Expression of Interest) प्रक्रिया के माध्यम से देश की प्रतिष्ठित कंपनियों को सूचीबद्ध किया जाएगा, ताकि युवाओं को बेहतर और भरोसेमंद रोजगार अवसर मिल सकें।
रिक्रूटमेंट एजेंसियों से होगा रिक्तियों का एकीकरण
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा पंजीकृत रिक्रूटमेंट एजेंसियों के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों की नौकरी रिक्तियों का एकीकरण किया जाएगा। इससे योग्य युवाओं को उनकी क्षमता और कौशल के अनुसार रोजगार उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।
युवाओं को मिलेगा सीधा लाभ
इस योजना से
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प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को
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तकनीकी और गैर-तकनीकी क्षेत्रों में
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देश के साथ-साथ विदेशों में भी
रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। सरकार का उद्देश्य है कि कौशल, पारदर्शिता और भरोसे के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराया जाए।
रोजगार सृजन सरकार की प्राथमिकता
श्रम मंत्री ने कहा कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें स्थायी रोजगार देना सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है। इसके लिए श्रम एवं सेवायोजन विभाग लगातार योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहा है।