UP Primary Education News:
प्रदेश के परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत बीएड योग्यताधारी शिक्षकों के लिए एक अहम आदेश जारी किया गया है। शासन के निर्देश पर अब ऐसे सभी शिक्षकों को छह माह का ऑनलाइन प्राथमिक शिक्षक शिक्षा (ब्रिज कोर्स) करना अनिवार्य कर दिया गया है। यह प्रशिक्षण पूरा न करने वाले शिक्षकों की सेवा समाप्त होने की कार्रवाई की जा सकती है।
25 दिसंबर तक पंजीकरण अनिवार्य
जिला समन्वयक प्रशिक्षण सर्वजीत यादव के अनुसार, ब्रिज कोर्स के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि 25 दिसंबर निर्धारित की गई है। यह कोर्स ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ODL) माध्यम से कराया जाएगा और इसके लिए ऑनलाइन लिंक जारी कर दिया गया है।
पूरी तरह ऑनलाइन होगा 6 माह का कोर्स
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ब्रिज कोर्स की अवधि: 6 माह
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माध्यम: ऑनलाइन (ODL मोड)
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उद्देश्य: प्राथमिक स्तर के शिक्षण हेतु आवश्यक शैक्षणिक दक्षता
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प्रशिक्षण संस्था: राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS)
सभी बीएड एवं समकक्ष डिग्रीधारी शिक्षक शामिल
यह प्रशिक्षण केवल बीएड योग्यताधारी ही नहीं, बल्कि बीएड के समकक्ष डिग्रीधारी उन सभी शिक्षकों के लिए अनिवार्य है जो वर्तमान में परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं।
बीईओ को दिए गए निर्देश
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी उपासना रानी वर्मा ने जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों (BEO) को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि:
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अपने-अपने ब्लॉकों में कार्यरत सभी पात्र शिक्षकों का
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निर्धारित तिथि तक पंजीकरण सुनिश्चित कराया जाए
पंजीकरण से संबंधित पात्रता एवं दिशा-निर्देश NIOS द्वारा निर्धारित किए गए हैं।
तकनीकी समस्या पर यहां करें संपर्क
यदि पंजीकरण या कोर्स से संबंधित कोई तकनीकी समस्या आती है, तो शिक्षक NIOS के आधिकारिक ई-मेल के माध्यम से समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
शिक्षकों में बढ़ी चिंता, तिथि बढ़ाने की मांग
ब्रिज कोर्स को लेकर शिक्षकों में बेचैनी और असमंजस की स्थिति बनी हुई है। जैसे ही खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से निर्देश पहुंचे, शिक्षकों ने पंजीकरण की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग शुरू कर दी।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र यादव ने शिक्षकों की व्यस्तता को देखते हुए पंजीकरण की अंतिम तिथि 31 दिसंबर तक बढ़ाने की मांग की है।
निष्कर्ष
बीएड योग्यताधारी शिक्षकों के लिए ब्रिज कोर्स अब विकल्प नहीं बल्कि अनिवार्यता बन चुका है। समय रहते पंजीकरण और प्रशिक्षण पूरा करना शिक्षकों के लिए बेहद जरूरी है, अन्यथा भविष्य में नौकरी पर संकट खड़ा हो सकता है।