शाहजहांपुर। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने और स्कूलों के समग्र विकास को गति देने के लिए अब ग्राम प्रधान और प्रधानाध्यापक मिलकर घर-घर जाकर संपर्क करेंगे। इस पहल को सफल बनाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से ग्राम प्रधानों और प्रधानाध्यापकों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जाएगी।
बेसिक शिक्षा विभाग के अनुसार, प्रदेश के 1,33,590 परिषदीय स्कूलों के लिए कुल 2,67,180 ग्राम प्रधानों व प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण 31 दिसंबर तक सभी ब्लॉकों में तीन घंटे का आयोजित किया जाएगा।
19 पैरामीटर पर होगा कायाकल्प
कार्यशाला में स्कूलों के कायाकल्प के 19 पैरामीटर को पूर्ण करने पर विशेष जोर दिया जाएगा। इनमें शौचालय, पेयजल, फर्नीचर, चहारदीवारी सहित अन्य बुनियादी सुविधाएं शामिल हैं। साथ ही बच्चों के आधार कार्ड सीडिंग की जिम्मेदारी भी ग्राम प्रधानों को सौंपी जाएगी।
बच्चों की पढ़ाई और निपुणता पर फोकस
प्रशिक्षण के दौरान यह निर्देश दिए जाएंगे कि ग्राम प्रधान और प्रधानाध्यापक:
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बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए घर-घर जाकर अभिभावकों से संपर्क करें
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नियमित रूप से बच्चों की हाजिरी की निगरानी करें
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निपुण आंकलन में कमजोर बच्चों के घर जाकर विशेष ध्यान दें
बरेली मंडल में 20 हजार से अधिक प्रतिभागी
बरेली मंडल की बात करें तो यहां करीब 20 हजार ग्राम प्रधान व प्रधानाध्यापक इस प्रशिक्षण में शामिल होंगे। जिलावार आंकड़ों के अनुसार:
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बरेली – 5004
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शाहजहांपुर – 5466
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बदायूं – 4352
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पीलीभीत – 3016
शासन स्तर से निर्देश जारी
महानिदेशक, स्कूल शिक्षा द्वारा बीएसए को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। बीएसए दिव्या गुप्ता ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों (BEO) को पत्र जारी कर एक दिवसीय प्रशिक्षण अनिवार्य रूप से कराने को कहा है।
अब तक ग्राम प्रधानों की सीमित भागीदारी के कारण कई स्कूलों का विकास बाधित हो रहा था। इसे देखते हुए शासन और प्रशासन ने ग्राम प्रधानों को सक्रिय भूमिका में लाने का निर्णय लिया है, जिससे परिषदीय विद्यालयों की गुणवत्ता और बच्चों की उपस्थिति दोनों में सुधार हो सके।