शिक्षक बहुत सहनशील होता है, अमानवीयता की जब पराकाष्ठा हो जाती है, तब कंही ऐसा कदम उठाना पड़ता है??

 शिक्षक बहुत सहनशील होता है, अमानवीयता की जब पराकाष्ठा हो जाती है, तब कंही ऐसा कदम उठाना पड़ता है??

       अभी भी  कई beo इसी तरह से वेतन काटकर  शिक्षकों से वसूली करने में लगे हुए है, अपने दलालों के इशारे पर एवं दलालों के कहने पर, लगातार शिक्षकों का वेतन काट रहे है BEO अपने विवेक से निर्णय लें, शिक्षकों की सैलरी को बेवजह से न काटे, अन्यथा किसी दिन शेर दिल अपनी पर आ गया तो हो सकता आपकी सर्दी भी घर से बाहर   जेल में कटे ।

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