लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्ती से जुड़े एक गंभीर मामले में कानपुर, गोरखपुर और सीतापुर समेत कई जिलों के शिक्षकों के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों के जरिए सरकारी नौकरी हासिल करने की शिकायत दर्ज कराई गई है। यह शिकायत लखनऊ में संबंधित विभाग को सौंपी गई है, जिसके बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।
किन जिलों के शिक्षक हैं आरोपों के घेरे में
शिकायत के अनुसार,
-
गोरखपुर में कार्यरत एक शिक्षक
-
कानपुर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय का शिक्षक
-
सीतापुर जिले के मिश्रिख और महोली क्षेत्र में तैनात शिक्षक
पर आरोप है कि उन्होंने नियुक्ति के समय नकली शैक्षणिक प्रमाण पत्र या अन्य फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए थे।
जांच के निर्देश, हो सकती है सख्त कार्रवाई
मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग को दस्तावेजों की गहन जांच के निर्देश दिए गए हैं। यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो संबंधित शिक्षकों के खिलाफ
-
सेवा समाप्ति
-
वेतन वसूली
-
एफआईआर दर्ज
जैसी सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पर फिर उठे सवाल
इस प्रकरण ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश की शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पहले भी कई बार फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर नियुक्तियों के मामले सामने आ चुके हैं, जिसके बाद सरकार और विभाग ने सत्यापन प्रक्रिया को कड़ा किया था।
शिक्षा विभाग की साख पर असर
लगातार सामने आ रहे ऐसे मामलों से न सिर्फ शिक्षा व्यवस्था बल्कि विभाग की साख पर भी असर पड़ रहा है। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि जांच के बाद दोषियों पर कितनी तेजी और सख्ती से कार्रवाई होती है।