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UPESSC को मिला नया अध्यक्ष: पूर्व DGP प्रशांत कुमार नियुक्त, शिक्षक भर्तियों में आएगी तेजी

 लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ी प्रशासनिक नियुक्ति करते हुए राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार को उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग (UPESSC) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। लंबे समय से खाली पड़े इस महत्वपूर्ण पद पर नियुक्ति के बाद अब प्रदेश में TGT, PGT और अन्य शिक्षक भर्तियों में तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है।

कौन हैं UPESSC के नए अध्यक्ष प्रशांत कुमार?

प्रशांत कुमार 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं। वे उत्तर प्रदेश कैडर के वरिष्ठ और अनुभवी अधिकारी माने जाते हैं। उन्होंने अपने करियर में कई अहम पदों पर कार्य किया और हाल ही में 31 मई 2025 को कार्यवाहक DGP पद से सेवानिवृत्त हुए थे।

कितना होगा कार्यकाल?

  • UPESSC अध्यक्ष का कार्यकाल
    👉 3 वर्ष या 65 वर्ष की आयु तक (जो पहले हो)

UPESSC अध्यक्ष की नियुक्ति क्यों है अहम?

उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग राज्य में माध्यमिक और उच्च शिक्षा के शिक्षकों की भर्ती के लिए जिम्मेदार संस्था है। पिछले कुछ वर्षों से आयोग में अध्यक्ष पद खाली रहने के कारण:

  • TGT/PGT भर्तियाँ प्रभावित हुईं

  • चयन प्रक्रिया में देरी हुई

  • अभ्यर्थियों में असमंजस बना रहा

अब नए अध्यक्ष की नियुक्ति से भर्ती प्रक्रिया को गति मिलने, पारदर्शिता बढ़ने और लंबित भर्तियों को आगे बढ़ाने की उम्मीद की जा रही है।

शिक्षक अभ्यर्थियों को क्या मिलेगा फायदा?

  • लंबे समय से अटकी TGT और PGT भर्तियों पर निर्णय

  • चयन प्रक्रिया में कड़ाई और पारदर्शिता

  • परीक्षा कैलेंडर जारी होने की संभावना

  • भर्ती प्रक्रिया में विश्वास की बहाली

सरकार का संदेश

सरकार का मानना है कि प्रशांत कुमार के प्रशासनिक अनुभव से आयोग की कार्यप्रणाली मजबूत होगी और शिक्षक भर्ती प्रणाली में अनुशासन व निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सकेगी।

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