यूपी बोर्ड के मूल्यांकन पर खड़े हुए सवाल : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News

इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा बीते दिनों जारी किए गए हाईस्कूल-इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम पर अनियमितता का आरोप लगा है। आरोप है कि उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन ठीक से नहीं किया गया, जिससे प्रतिभाशाली बच्चों के साथ अन्याय हुआ है।
यह आरोप लगाया है विद्या भारती द्वारा संचालित  विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्यो ने। इसके मद्देनजर गुरुवार को इलाहाबाद न्यूज रिपोर्ट्र्स क्लब में पत्रकारवार्ता आयोजित की गई। 1इसमें रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कालेज के प्रधानाचार्य आत्मानंद सिंह ने कहा कि सत्र 2014 में हाईस्कूल की परीक्षा में सूबे की श्रेष्ठता सूची में रहने वाले छात्र अचानक इंटरमीडिएट में गायब हो गए। श्रेष्ठता सूची में उन मेधावियों को कहीं स्थान नहीं मिला, जबकि शिक्षा नीति, शिक्षक और छात्र भी वही हैं। उन्होंने कहा कि एशिया के सबसे बड़े बोर्ड का दर्जा प्राप्त करने वाला यूपी बोर्ड भले ही सीबीएसई की तर्ज पर परीक्षा कराने, सेशन शुरू करने और परिणाम देने की दिशा में कदम उठा रहा है, लेकिन पिछले कुछ सालों में परिषद के रिजल्ट में गुणवत्ता का अभाव रहा है। इसमें पठन-पाठन में बेहतर विद्यालयों की अनदेखी हो रही है।
http://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/
कहा कि पिछले कई सालों में श्रेष्ठता सूची में छात्रों के साथ छात्रओं का प्रतिशत तुलनात्मक रूप से कम रहता था, लेकिन इस वर्ष 74 जिलों में से चार जिले ऐसे है, जहां हाईस्कूल की श्रेष्ठता सूची में एक भी छात्र नहीं है,जबकि इंटरमीडिएट की उन्नाव जिले की श्रेष्ठता सूची में टाप 10 में भी एक छात्र नहीं है।
कहा कि आखिर 61,76,471 परीक्षार्थियों की कापियों का मूल्यांकन 15 दिनों में किस प्रकार मानकों के अनुरूप हो गया, जबकि दो से तीन दिनों तक शिक्षकों द्वारा मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार भी किया गया था। आत्मानंद सिंह ने छात्रओं के सेल्फ सेंटर की व्यवस्था के स्थान पर एक किलोमीटर के दायरे में छात्रओं के लिए परीक्षा केन्द्र बनाए जाने का सुझाव भी दिया। ज्वाला देवी इंटर कालेज गंगापुरी के प्रधानाचार्य सुरेश सिंह, ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर सिविल लाइंस के प्रधानाचार्य जुगल किशोर मिश्र और सरस्वती विद्या मंदिर शास्त्री नगर के प्रधानाचार्य दयाराम यादव मौजूद थे।आत्मानंद सिंह।
विद्या भारती द्वारा संचालित विद्यालयों के प्रधानाचार्यो ने लगाया गड़बड़ी का आरोप
sponsored links: ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines