12460 शिक्षक भर्ती पर लगी रोक को हटाने की मांग लेकर बीटीसी अभ्यर्थियों ने भाजपा मुख्यालय पर किया प्रदर्शन, हुआ लाठीचार्ज

लखनऊ: नियुक्ति को लेकर बीटीसी अभ्यर्थियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया। गुरुवार को भाजपा मुख्यालय के सामने हजारों की संख्या में बीटीसी अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन कर सरकार विरोधी नारेबाजी की। वहीं पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे बीटीसी अभ्यर्थियों पर लाठियां भांजी।
इस दौरान कई अभ्यर्थियों को चोटें भी आईं। वहीं सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र का कहना है कि अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज नहीं किया गया है। अभ्यर्थियों को अपर मुख्य सचिव से वार्ता कराने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया। इस पर उन्हें गिरफ्तारी देने के लिए कहा गया। करीब 35 अभ्यर्थियों को हिरासत में लेकर पुलिस हजरतगंज कोतवाली ले गई थी, जहां उन्हें बाद में निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।
गुरुवार को सुबह करीब 11 बजे हजारों की संख्या में बीटीसी अभ्यर्थी भाजपा मुख्यालय पहुंच गए और नियुक्ति पर लगी रोक को हटाने की मांग पर अड़ गए। करीब चार घंटे तक भाजपा मुख्यालय पर डेरा डाले रहने के कारण पुलिस की भी परेशानी बढ़ने लगी। शाम पांच बचे पुलिस ने बीटीसी अभ्यर्थियों को तितर बितर करने के लिए बल प्रयोग किया। दोनों पक्षों में धक्का मुक्की हुई। इस दौरान पुलिस ने बीटीसी अभ्यर्थियों को खदेड़ने के लिए उन पर लाठी भी भांजी। इसके चलते कई महिला अभ्यर्थी चुटहिल हो गए। अभ्यर्थियों के मुताबिक पुलिस ने करीब 30 से 40 महिला अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी भी की। बीटीसी अभ्यर्थी राकेश विश्वकर्मा का कहना है कि दिसंबर 2016 में 12460 सहायक अध्यापक भर्ती का शासनादेश हुआ। मार्च में काउंसिलिंग प्रक्रिया पूरी हो गई। वहीं प्रत्येक जिलों का कट ऑफ भी आ गया।

31 मार्च 2017 को नियुक्ति पत्र मिलना था। मगर प्रदेश में बीजेपी सरकार बनते ही इस पर रोक लगा दी गई। ऐसे में बीटीसी अभ्यर्थियों का भविष्य दांव पर हैं। पुलिस के खदेड़ने के बाद बीटीसी अभ्यर्थियों ने निशातगंज स्थित बेसिक शिक्षा निदेशालय का रुख किया और वहां पहुंच डेरा डाल लिया।

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