मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद सरकारी प्राइमरी स्कूलों
में होने वाली 12460 शिक्षक भर्ती के लिए बीटीसी अभ्यर्थियों का धरना
शुक्रवार को खत्म हो गया। मुख्यमंत्री ने इस भर्ती में नियुक्ति पत्र एक
जल्द जारी करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं उन्होंने भर्ती में हो रही देरी
पर नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियों को फटकार भी लगाई।
उन्होंने कहा कि जल्द नियुक्ति दी जाए। शिक्षक स्कूलों में पढ़ाने के
लिए हैं, न कि प्रदर्शन करने के लिए। बीटीसी अभ्यर्थियों से मुलाकात के
दौरान बेसिक शिक्षा विभाग की राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा
जायसवाल, अपर मुख्य सचिव राज प्रताप सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
इससे पहले, बीटीसी अभ्यर्थियों ने शुक्रवार सुबह से ही अनुपमा जायसवाल
के निवास का घेराव कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। आक्रोशित अभ्यर्थियों से
सुश्री जायसवाल ने मुलाकात की और फिर उनके पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को
लेकर मुख्यमंत्री से मिलवाने पहुंची। गुरुवार को भी बीटीसी अभ्यर्थियों ने
भाजपा मुख्यालय के सामने हजारों की संख्या में सरकार विरोधी नारेबाजी की
थी। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया था।
इससे युवाओं में काफी नाराजगी थी।
क्या है मामला-
12,460 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया दिसंबर 2016 में शुरू हुई थी। मार्च,
2017 में इसकी काउंसिलिंग प्रक्रिया पूरी हो गई। वहीं प्रत्येक जिलों का कट
ऑफ भी आ गया था। 31 मार्च 2017 को नियुक्ति पत्र मिलना था मगर इस दौरान
प्रदेश में सत्ता बदल गई। भाजपा सरकार बनते ही भर्तियों परअघोषित रोक लग गई
थी। लाख धरना-प्रदर्शन के बाद भी भर्ती शुरू नहीं हो पाई। बाद में
हाईकोर्ट ने भी भर्ती पर रोक लगा दी लेकिन नवम्बर 2017 में यहां से भी चार
हफ्ते में भर्ती पूरी करने का फैसला सुनाया गया।
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